आज के समय में हर किसी को अचानक पैसे की जरूरत पड़ जाती है तो लोगों के मन में यही सवाल उठता है कि किसी बैंक से लोन ले लिया जाए या फिर बैंक में फिक्स डिपाजिट के तहत इकट्ठा किया गया फंड निकाल लिया जाए. लेकिन कई बार लोग लोन लेना पसंद नहीं करते हैं.
कई बार लोग लोन लेकर अपना काम पूरा करते हैं तो वहीं कुछ लोग फिक्स डिपाजिट तोड़ने का प्लान बना लेते हैं तो अगर आपके साथ भी फ्यूचर में अगर कुछ ऐसा होता है तो आप इस खबर को जरुर पढ़ ले क्योंकि आगे चलकर आपको या बेहद काम आने वाली है.
FD तोड़ने का क्या नुकसान ?
उदाहरण के तौर पर समझे अगर आपने 2 साल के लिए फिक्स डिपाजिट कर रखा है और आपको 7% ब्याज मिल रहा है तो ऐसे में आपको 1 साल की फिक्स डिपॉजिट पर करीब 6.5% का ब्याज दिया जाएगा. अगर पैसे की जरूरत अचानक पड़ रही है और एक्टिव तुड़वा रहे हैं तो इसमें आपको एक फ़ीसदी की पेनल्टी भी देनी होगी कुछ बैंकों के अनुसार अलग-अलग चार्ज लिया जाता है तो इस तरह आपको 5.5% तक ही ब्याज दिया जाएगा.
क्या है FD तुड़वाने का फायदा
वहीं अगर फिक्स डिपाजिट की बात करें तो कुछ महीनो के लिए आप लोन के ब्याज फिक्स डिपाजिट को तोड़ते हैं. तो ऐसे में भी तब करें जब आपको बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत होकर आपको पैसे की जरूरत ऐसी है कि आप उसे अगले दो दिन में मैनेज कर लेते हैं तो आप फिक्स डिपाजिट को न तुड़वाएं और अपने ही फिक्स डिपाजिट अमाउंट पर 20 से 30% का लोन अपने बैंक से जाकर ले ले जिससे आपका काम निकल सके.