RBI ने जारी की मॉनेटरी पॉलिसी, जाने आपकी जेब पर क्या पड़ेगा इसका असर?

RBI : आम जनता के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है जो रेपो रेट से जुड़ी हुई है। रेपो रेट का असर EMI पर पड़ता है। आपको बता दे कि हाल ही में RBI ने अपनी मॉनेटरी पॉलिसी लागू कर दी है। लेकिन फिर भी रेपो रेट में कोई भी बदलाव देखने का नहीं मिला है।

RBI द्वारा पुरानी रेपो रेट 6.5% की जारी रखी गई है और इसका असर आम आदमी पर पड़ेगा। पुरानी रेपो रेट होने के कारण अब आम आदमी को EMI पर मिलने वाली राहत की उम्मीद टूट चुकी है। RBI की मॉनेटरी पॉलिसी आने के कारण शेयर मार्केट ऊपर पहुंच चुका है और इसका ट्रेड 65,800 के पार पहुंच चुका था। ऐसा कहा जा सकता है कि सभी शेयर हरे निशान के ऊपर यानी प्रॉफिट में चल रहे थे, लेकिन इस खबर के बाद शेयर मार्केट में गिरावट देखी जा रही है।

महंगाई कम करने पर रहेगा जोर

रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया है कि पिछले समय में भारत के ग्रोथ काफी अच्छी रही है और हमारा मानना है कि महंगाई की दर 4 फीसदी तक ही रहे। वहीं हम इसके लिए पूरी कोशिश भी कर रहे है।

इसके साथ ही RBI गवर्नर ने बताया कि MPC में 6 में से 5 सदस्यों ने हमारे इस प्लान को मान भी लिया है। इसके साथ ही भारत में दालों की कमी के कारण महंगाई बढ़ सकती है। वित्त वर्ष 2024 के लिए महंगाई की दर 5.4 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है। इसके अलावा भारत की GDP ग्रोथ में भो कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसे भी RBI ने 6.5 फीसदी रखा है।

क्या होती है रेपो रेट

RBI की मॉनेटरी पॉलिसी के अंतर्गत सभी लोगों की नजर रेपो रेट पर ही रहती है। इसके अलावा कई लोगों को पता भी नहीं है कि रेपो रेट आखिरकार होती क्या है? इसलिए हम आपको बताने जा रहे है कि आखिरकार रेपो रेट क्या होती है?

रेपो रेट वो होती है जिस दर पर बैंक RBI से लोन लेते है और सस्ती ब्याज दर पर ग्राहकों को लोन देते है। रेपो रेट का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता है। इसलिए हर दो महीने के बाद RBI की तरफ से मॉनेटरी पॉलिसी जारी की जाती हैं। पॉलिसी से पहले 3 दिन के लिए 6 सदस्य की समिति इस पर अपना खाका तैयार करती है।