डेस्क : पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश करना एकदम सुरक्षित होता है। ज्यादातर लोग पीपीएफ (PPF) में टैक्स सेविंग के लिए निवेश करते है। जबकि, उन्हें पीपीएफ में इन्वेस्ट की गई रकम पर अच्छा रिटर्न भी मिलता है। आपको बता दें पीपीएफ में लॉन्ग टर्म में निवेश किया जा सकता है।
जिसमें सालाना अधिकतम 1.5 लाख और न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश किया जा सकता है। पीपीएफ (PPF) में आप अपनी सहूलियत के अनुसार सालाना और मंथली दोनों ही तरीकों से निवेश कर सकते हैं। आपको बता दे की PPF अकाउंट में 5 अप्रैल से पहले इन्वेस्ट करने पर ज्यादा ब्याज मिलता है। पीपीएफ नियम के अनुसार, पीपीएफ अकाउंट में इन्वेस्ट की गई रकम पर 5 तारीख से महीने के आखिर तक जमा मिनिमम बैलेंस पर ब्याज मिलता है।
पीपीएफ अकाउंट में ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने होता है। लेकिन, अकाउंट में ब्याज फाइनेंशियल ईयर के आखिर में क्रेडिट की जाती है। अगर आप 5 अप्रैल से पहले इस खाते में पैसे जमा करने पर उस महीने के ब्याज के लिए भी आप पात्र होंगे। 5 तारीख के बाद पैसे जमा करते हैं तो आपको ब्याज का नुकसान उठाना पड़ेगा। अगर, कैलकुलेशन की बात करे तो PPF अकाउंट में महीने की 5 तारीख से महीने की आखिरी तारीख के बीच में जो मिनिमम बैलेंस होता है उस पर ब्याज दिया जाता है।
उदाहरण के लिए अगर आप महीने की 5वीं तारीख के बाद पैसे जमा करते हैं तो पिछले महीने खाते में जो रकम होगी। उस पर ब्याज कैलकुलेट होगा। अगर आप किसी महीने की 5 तारीख से पहले पैसे जमा करते हैं तो पिछले महीने के साथ इस महीने जो बैलेंस होगा उस पर ब्याज का कैलकुलेशन होगा। वैसे, PPF अकाउंट पर इस समय 7.1% की ब्याज दी जा रही है। जो एनुअली कंपाउंड की जाती है। वहीं पीपीएफ अकाउंट में 15 साल के लिए इन्वेस्ट किया जाता है जिसे दो बार 5-5 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। वहीं पीपीएफ अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत टैक्स फ्री होती है।