आम आदमी को बड़ा झटका!, दाल के बढ़े भाव, तड़का पढ़ रहा महंगा, प्रति किलो इतना का इजाफा

Increased prices of pulses, reading tadka is expensive, increase of this much per kg

दाल भारतीय थालियों की सबसे मूलभूत आवश्यकता है, भारतीय हर खाने से बोर हो जाता है,लेकिन दाल चावल भारतीय घरों में रोज बनते हैं, यह एक तरह से लोगों का कंफर्ट फूड है।भारत में दाल बनाने की अलग-अलग विधियां है, फिर चाहे आप देश के किसी भी कोने में भी चले जाएं हर व्यक्ति दाल में अलग अलग तरह का जायका लगाकर उसे अपने हिसाब से बनाता है,लेकिन वही दाल अब लोगों के छक्के छुड़ा रही है।

भारत में 70 फ़ीसदी मूंग और तुवर की दाल इंपोर्ट होती है,इसलिए सरकार ने अब इंपोर्टेड दाल पर सख्त एडवाइजरी जारी की है,यह कदम महंगाई को रोकने के लिए लिया गया है।इसके साथ ही दाल की जमाखोरी पर भी सरकार अब सख्त रवैया अपनाने वाली है। 2 से ढाई हफ्तों में दाल की कीमत में 2 परसेंट की बढ़त हुई है। अप्रैल के महीने में तुवर और मूंग की दाल सही दामों में मिल रही थी लेकिन फिर से इनकी महंगाई बढ़ने से सरकार अब सख्त रवैया अपना रही है, जमाखोरों पर सख्त कार्यवाही करने की बात भी सामने आ रही है।

आंकड़ों की बात करें तो कंज्यूमर अफेयर डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार एक मई को देश में तुअर दाल की औसत की कीमत 116.68 रुपये थी, जो 18 मई को बढ़कर 118.98 रुपये हो गई. उड़द की दाल 108.23 रुपये से 109.44 पर आ गई है. मूंग दाल में भी तेजी देखने को मिली है और 18 दिनों में कीमत 107.29 रुपये से 108.41 रुपये प्रति किलो हो गई है. चने की दाल भी इस दौरान इजाफा देखने को मिला है और इसकी कीमत इस दौरान 73.71 रुपये से बढ़कर 74.23 रुपये प्रति किलो हो गई है. मसूर की दाल इस सस्ती हुई है. एक मई को औसत दाम 93.11 रुपये थे जो कम हो कर 92.9 रुपये प्रति किलो हो गए।