SBI की लूट स्कीम! एक बार जमा करें पैसा, हर महीने ब्‍याज के साथ होगी छप्पर फाड़ कमाई

डेस्क : शेयर बाजार में निवेश करने के लिए जोखिम उठाने की क्षमता होना भी जरूरी है। इस समय दुनियाभर के शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल है। ऐसे में लोग निवेश के जरिए अपने भविष्य को और सुरक्षित बनाने की योजना बनाते हैं, लेकिन कई बार गलत जगह निवेश करने से उनकी परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आप सही जगह निवेश करें ताकि आपको किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ग्राहकों के लिए वार्षिकी योजना लेकर आया है।

वार्षिकी योजना की विशेषताएं

1- वार्षिकी योजना में एसबीआई की सभी शाखाओं से निवेश किया जा सकता है।
2- एन्युटी योजना में कम से कम 25 हजार रुपये बनाने होंगे।
3- SBI के कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों को 1 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा.
4- वरिष्ठ नागरिकों को 0.5 प्रतिशत अधिक ब्याज दिया जाएगा।
5- इस योजना पर सावधि जमा की ब्याज दरें भी लागू होंगी
6- वार्षिक का भुगतान जमा होने के बाद के महीने से देय तिथि पर किया जाएगा
7- TDS काटने के बाद ही बचत खाते या चालू खाते में वार्षिकी का भुगतान भी किया जाएगा।
8- एकमुश्त राशि पर अच्छा खासा रिटर्न पाने के लिए यह बेहतर प्लान है।
9- विशेष परिस्थितियों में वार्षिकी की शेष राशि का 75% तक ओवरड्राफ्ट/ऋण प्राप्त किया जा सकता है।
10- सेविंग अकाउंट एन्युटी स्कीम में बेहतर रिटर्न देता है।

उत्कृष्ट एसबीआई वार्षिकी योजना : एसबीआई की इस स्कीम में 36, 60, 84 या 120 महीने की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। इसमें निवेश पर ब्याज दर चुनी हुई अवधि के टर्म डिपॉजिट के समान ही होगी। मान लीजिए अगर आप पांच साल के लिए फंड जमा करते हैं तो आपको पांच साल के लिए सावधि जमा पर लागू ब्याज दर पर ही ब्याज मिलेगा। इस योजना का लाभ भारत का कोई भी नागरिक उठा सकता है।

निवेश करना चाहते हैं तो नियम जान लें : SBI की वार्षिकी योजना में हर महीने न्यूनतम 1000 रुपये जमा करने का नियम है, लेकिन अधिकतम निवेश की कोई सीमा तय नहीं की गई है. वार्षिकी भुगतान में, ग्राहक द्वारा जमा की गई राशि पर ब्याज लगाकर एक निर्धारित समय के बाद आय शुरू होती है। ये योजनाएं भविष्य के लिए बहुत अच्छी हैं, लेकिन मध्यम वर्ग के लिए एक साथ इतना पैसा इकट्ठा करना संभव नहीं है।

वार्षिकी योजना बनाम आवर्ती जमा : आम तौर पर मध्यम वर्ग के लोगों के पास एकमुश्त राशि की कमी होती है। ऐसे में ज्यादातर लोग रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश कर अपना भविष्य सुरक्षित करते हैं। RD में छोटी बचत के माध्यम से राशि एकत्र की जाती है और फिर उस पर ब्याज लगाकर निवेशक को वापस कर दी जाती है। इस वजह से, वार्षिकी योजना की तुलना में आवर्ती जमा आम लोगों के बीच अधिक पसंद किया जाता है।