Post Office सुपरहिट स्कीम! अपने बच्चों के नाम पर खुलवाए खाता, हर माह मिलेंगे 3300 रूपये, जाने डिटेल..

डेस्क : पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों के लिए तरह-तरह की योजनाएं लेकर आता रहता है। इन्हीं योजनाओं में से एक है डाकघर की मासिक आय योजना। इसे एमआईएस योजना भी कहा जाता है। पोस्ट ऑफिस योजना में लोगों की काफी आस्था है। यहां पोस्ट ऑफिस द्वारा ग्राहकों को सेफ और बेस्ट स्कीम दी जाती है।

Rupees-indian

यही नही..यहां समय-समय पर ग्राहकों के लिए तरह-तरह की योजनाएं लेकर आता रहता है। इन्हीं योजनाओं में से एक है डाकघर की मासिक आय योजना। इसे एमआईएस योजना भी कहा जाता है। इस योजना में निवेशकों को एक बार में पैसा जमा करना होता है, उसके बाद मासिक आय शुरू हो जाती है।

मासिक आय योजना क्या है : इस योजना के तहत पैसा कम से कम 1000 और 100 के गुणकों में जमा किया जा सकता है। जमा की जा सकने वाली अधिकतम राशि 4.5 लाख रुपये है। यह लिमिट सिंगल अकाउंट के लिए है। संयुक्त खाते की अधिकतम सीमा 9 लाख रुपये है। इस योजना के तहत अधिकतम तीन लोग संयुक्त खाता खोल सकते हैं। कोई अभिभावक अपने नाबालिग बच्चे के लिए या मानसिक बीमारी वाले व्यक्ति के लिए यह स्कीम ले सकता है। 10 साल से अधिक उम्र का कोई बच्चा अपने नाम से एमआईएस स्कीम ले सकता है।

rupees-fd-four

न्यूनतम जमा 1000 रुपये है : पोस्ट ऑफिस की इस योजना में भुगतान मासिक है। वर्तमान में ब्याज दर 6.6 प्रतिशत है, जो साधारण ब्याज के आधार पर मिलती है। इसे सालाना आधार पर जोड़ा जाता है। ध्यान रहे कि अगर खाताधारक मासिक ब्याज का दावा नहीं करता है तो उसे इस पैसे पर अतिरिक्त ब्याज का लाभ नहीं मिलेगा।

5 साल में परिपक्वता : इस पोस्ट ऑफिस योजना की परिपक्वता अवधि पांच वर्ष है। इसमें खाता खुलने के एक साल बाद तक पैसा नहीं निकाला जा सकता है। 1-3 साल के दौरान खाते से पैसे निकालने पर मूल राशि का 2% काट लिया जाएगा। वहीं, 3-5 साल के भीतर खाता बंद करने पर 1% पेनाल्टी काट ली जाएगी।

2475 रुपये हर महीने मिलेंगे : एमआईएस के मुताबिक अगर कोई 50 हजार रुपये एकमुश्त खाते में जमा करता है तो हर महीने 275 रुपये यानी 3300 रुपये हर साल पांच साल तक मिलेंगे। इस पांच साल में ब्याज के तौर पर कुल 16,500 रुपये मिलेंगे। वहीं अगर कोई 4.75 लाख रुपये जमा करता है तो उसे हर महीने 2475 रुपये, एक साल में 29,700 रुपये और पांच साल में 1,48,500 रुपये ब्याज के तौर पर मिलेंगे।