क्या पशुपति पारस JDU में विलय होंगे , LJP का कौन होगा अध्यक्ष ? चिराग पासवान की अर्जी पर दिल्ली HC में सुनवाई कल

न्यूज डेस्क : LJP में राजनीतिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार चाचाभतीजे के बीच जंग छिड़ी हुई है। इसी बीच पशुपति पारस को नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल कैबिनेट में जगह मिल गई। इसी को लेकर चिराग ने हाई कोर्ट में अपील की थी। इसी अर्जी की सुनवाई कल यानी शुक्रवार को होगी। बता दे की चिराग पासवान ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर लोकसभा अध्यक्ष के उस फैसले को चुनौती दी है जिसमें उनके चाचा पशुपति कुमार पारस की अगुवाई वाले गुट को सदन में एलजेपी के तौर पर मान्यता दी गई है।

अर्जी में चिराग ने कहा है, पार्टी को धोखा देने के कारण लोक जनशक्ति पार्टी (LJP ) ने पहले ही पशुपति कुमार पारस को पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके साथ ही कहा है कि सांसद पारस लोजपा के सदस्य नहीं हैं। लोजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 75 सदस्य हैं और इनमें से 66 सदस्य हमारे चिराग गुट के साथ हैं। क्या पशुपति पारस JDU में विलय होंगे – राजनीतिक जानकारों की माने तो पशुपति पारस लोजपा छोड़ जेडीए में शामिल हो सकते हैं। बता दे की चिराग और पशुपति पारस के बीच लोजपा पर वास्तविक अधिकार का मामला अभी भी चुनाव आयोग के पास लंबित है। ऐसे में चुनाव आयोग क्या निर्णय देता है इस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा कि पशुपति कुमार पारस गुट का क्या होगा?

विशेषज्ञों की मानें तो लोजपा के 90 प्रतिशत समर्थक व कार्यकर्ता चिराग पासवान से सहानुभूति रखते हैं। लोजपा पर अधिकार का मामला भी अब कोर्ट में है, ऐसे में पारस गुट का पलड़ा भारी होने पर पारस गुट का विलय जेडीयू में होना संभव हो सकता है