किसकी है LJP ? चाचा ने भतीजे को अध्यक्ष पद से हटाया, तो बदले में चिराग ने चाचा – भाई समेत पांचों सांसदों को दिखाया बाहर का रास्ता

न्यूज डेस्क : फिलवक्त पॉलिटिक्स की नेशनल ट्रेंडिंग न्यूज बनी लोजपा ( LJP ) में घमासान जारी है। लोजपा में चाचा पारस या भतीजा चिराग में किसकी चलेगी, फिलहाल ये स्पष्ट होता नहींं दिख रहा है। मंगलवार को चाचा पशुपति कुमार पारस समर्थित नेताओं ने LJP संविधान का हवाला देते हुए चिराग को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया। चिराग को हटाने के साथ ही सूरजभान सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

चिराग पासवान को हटाते ही नाराज समर्थकों ने लोक जनशक्ति पार्टी के ऑफिस में घुसकर सांसद पशुपति पारस के पोस्टर पर पहले कालिख पोती और फिर चिराग पासवान जिंदाबाद के नारे लगाए। इससे आग बबूला चिराग पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर सभी पांचों बागी सांसदों को पार्टी से बाहर निकाल दिया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक वर्चुअल तरीके से हुई। मामले को लेकर चिराग पासवान के जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की उम्मीद है। बता दें कि रामविलास पासवान ने पार्टी और परिवार दोनों को एक सूत्र में बांधकर रखा। एलजेपी में पहली बार रामविलास पासवान के जाने के बाद 21साल बाद न सिर्फ पार्टी टूटी बल्कि परिवार भी बिखर गया।

चिराग ट्वीट करके लिखा.. चिराग पासवान ने अपने टि्वटर हैंडल पर से ट्वीट करके लिखा- ”पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है।पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। एक पुराना पत्र साझा करता हूं।”

पत्र के साझा होती है खुल गई पारिवारिक कलह की कलई चिराग पासवान ने आज जिस पत्र को साझा किया है वह पत्र होली के दिन पत्र लिखा गया था । जिसमें उन्होंने चाचा पशुपति पारस से कई आरजू और विनती भी की है। हालांकि इस पूरे पत्र में पासवान परिवार के कलह की कलई खुली हुई है । जिसमें यह भी बताया गया है कि रामविलास पासवान के देहांत होने के बाद चाचा पारस ने उनके श्राद्ध कर्म में भी एक फूटी कौड़ी नहीं निकाला । इस पूरे पत्र को पढ़ने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि यह लोजपा के अंदर हुई बड़ी टूट कुछ दिनों की राजनीतिक विसात नहीं बल्कि पिछले कई महीनों से लिखी जाने वाली पटकथा है।