बिहार मौसम : खत्म हुआ चक्रवात याश का असर, अगले 24 घंटों में चढ़ेगा पारा , बारिश और वज्रपात की आशंका

डेस्क : याश चक्रवात का तूफ़ान का असर अब ख़त्म हो गया है। याश के कारण हुई भारी बारिश से ज़्यादातर इलाकों में नमी बन गई है। जो आकाशीय बिजली गिरने के लिहाज से काफी खतरनाक माना जा रहा है। बीते 24 घंटों में बिहार के उत्तरी इलाकों में तेज़ बारिश दर्ज की गई। बिहार में प्राप्त आँकड़ों के मुताबिक़ नरपतगंज में 80 मिमी,नौहटा में 70 मिमी, फारबिसगंज में 120 मिमी, भीमनगर और राजगीर में 50 मिमी बारिश दर्ज की गई है, वहीं बिहारशरीफ, बैरगनिया और जमुई में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं बेगूसराय में मई माह में औसतन 320 MM बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार गया और पटना में तेज़ धुप निकलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। सूबे में कभी धुप तो कभी बारिश का मौसम बना हुआ है। बेगूसराय में सोमवार सुबह से ही धूप खिल गयी है।

तापमान की बात की जाए तो पटना में अधिकतम 31.4, न्यूनतम 23.6 के साथ 76 आद्रता बनी रही। गया में अधिकतम 32, न्यूनतम 25 के साथ 84 आद्रता बनी रही। भागलपुर में अधिकतम 33.3, न्यूनतम 24.5 के साथ 97 आद्रता बनी रही। पूर्णिया में अधिकतम 32.5, न्यूनतम 26.3 के साथ 79 आद्रता बनी रही। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है की जो चक्रवाती समीकरण उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बना है वह अब शिफ्ट होकर दक्षिणी हिस्से में चला गया है। वातावरण में नमी होने के कारण अब वज्रपात होने की संभावना बढ़ गई है। नेपाल से सटे इलाकों में भी बारिश हो सकती है। मौसम के बदलते मिज़ाज़ को देखते हुए लोगों को सचेत किया गया है की वह बाहर जब भी निकले तब सावधान रहें।

यास चक्रवाती तूफ़ान बंगाल की खाड़ी से उठकर सीधा उड़ीसा में दाखिल हुआ था, इसके बाद वह बिहार की ओर रुख कर गया। बंगाल में 1 करोड़ लोग प्रभावित हुए। सैकड़ों तटबंध तबाह हो गए हैं और नदियों का जल स्तर ऊपर आ गया। तूफ़ान की वजह से बिहार को भी काफी नुक्सान हुआ कई जिलों में बहती नदियों का पानी उफान मारने लगा। नदी पर बने पुल ढह गए और सड़कें धंस गई। पटना एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा कई घंटों तक प्रभावित रही।