खगड़िया में STF के मुठ भेड़ में गि रफ्तार बदमाश आईसोलेशन केंद्र से हुआ फरार

न्यूज डेस्क : बिहार में आइसोलेशन केंद्र की व्यवस्था का अनुमान आप इस चीज से लगा सकते हैं, कि बिहार एसटीएफ से मुठभेड़ में जो कुख्यात जख्मी हालत में गिरफ्तार होकर आइसोलेशन केंद्र पहुंचता है। वह वहां से चकमा देकर फरार हो जाता है। यह पूरा मामला बिहार के खगरिया जिले की है। जहां आइसोलेशन केंद्र से एक बदमाश पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया । बताया जा रहा है कि बिहार एसटीएफ और खगड़िया पुलिस की कुख्यात छबीला यादव गिरोह के साथ बीते दिनों मुठभेड़ हुई।

जिसमें फरार कैदी रूपेश शाह सहित कई अपराधी गिरफ्तार हुई । और जेल भेजे जाने से पहले उन सभी का मेडिकल चेकअप कराया गया था। जिसमें एक अपराधी रूपेश शाह कोरोना पॉजिटिव पाया गया । जिसके बाद उसे खगरिया के मानसी स्थित आईशोलेशन केंद्र में भर्ती किया गया था। जहां से शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाकर वह फरार हो गया । स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर तीन चौकीदारों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मानसी थाना के थाना अध्यक्ष ने बताया कि 3 चौकीदार सहित रूपेश शाह की मां चाची वह रुपेश साह पर मामला दर्ज किया गया है।

साथ ही तीनों चौकीदारों को जेल भेजा है। पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि जिसको पकड़ने के लिए एसटीएफ का जाल बिछाना पड़ा था उसकी सुरक्षा व्यवस्था में तीन चौकीदार को खड़ा करने से पहले स्थानीय अधिकारियों को क्या यह समझ में नहीं आया था, कि चौकीदार को चकमा देना इसके लिए कोई बड़ी बात नहीं होगी। ऐसे में उसके भागने पर तीन चौकीदारों को जवाबदेह बनाकर की गिरफ्तारी कर जेल भेज देना स्थानीय अधिकारियों के मनसे पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। वहीं चौकीदारों की जवाबदेही थी कि उसकी सुरक्षा की जाए लेकिन स्थानीय अधिकारियों को भी यह सोचना चाहिए था कि कुख्यात की सुरक्षा में थोड़ी और मजबूती प्रदान की जाए । आप इस पूरे मामले से समझ सकते हैं कि बिहार में आइसोलेशन केंद्र पर क्या व्यवस्था है, बिहार में सुरक्षा को लेकर क्या व्यवस्था है जहां पुलिस अपने द्वारा एनकाउंटर में गिरफ्तार किए गए अपराधी को सुरक्षित तरीके से कस्टडी में भी नहीं रख पा रही है।