समस्तीपुर: NH-28 पर दलसिहंसराय,मुसरीघरारी व ताजपुर में होगा शानदार फ्लाईओवर का निर्माण, सड़क दुर्घटना के साथ-साथ जाम से भी मिलेगी मुक्ति

न्यूज डेस्क : भारतमाला परियोजना के तहत जल्द ही मुजफ्फरपुर-बरौनी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुसरीघरारी, ताजपुर एवं दलसिंहसराय में 130 करोड़ की लागत से फ्लाई ओवर निर्माण होना है। जो कार्य अविलंब शुरू होगा। बता दे की इस संबंध में डीएम शशांक शुभंकर ने संबंधित अंचलाधिकारी को तीनों स्थलों पर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया।

जिससे फ्लाईओवर निर्माण कार्य शुरू कराया जा सके। बता दे की NH 28 पर दलसिंहसराय, मुसरीघरारी और ताजपुर में फ्लाईओवर निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसको लेकर डीएम ने संबंधित अंचलों के अंचलाधिकारी को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। वहीं मुसरीघरारी से दरभंगा जाने वाली पथ में बनने वाले बाइपास निर्माण को लेकर प्रस्ताव देने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया है। इसके अलावा सातनपुर में भी एनएच 28 पर फ्लाई ओवर निर्माण की स्वीकृति दी गई है। एक साथ चार-चार फ्लाई ओवर की स्वीकृति मिलने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर देखी जा रही है। बताते चलें कि आए दिन इन चौराहों पर लगने वाले लंबे जाम से लोगों को हर रोज काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी। वहीं, अत्यंत भीड़ के कारण इन चौराहे पर सड़क दुर्घटनाएं भी अत्यधिक होती हैं। सड़क एवं परिवहन विभाग के द्वारा इन स्थानों को पहले से ही ब्लैक स्पॉट घोषित कर रखा गया है।

इन चौराहे पर फ्लाई ओवर के निर्माण से लोगों को एक ओर जहां जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। वहीं दूसरी ओर सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। बता दें कि मुसरीघरारी में 574.550 किमी, ताजपुर में 565.175 किमी एवं दलसिंहसराय में 593.660 किमी लंबे फ्लाई ओवर के निर्माण की स्वीकृति मिली है।

अतिशीघ्र निर्माण कार्य के लिए अधिकारी को ये निर्देश दिया गए: बता दे की एनएचएआई (NHAI) के परियोजना निदेशक मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि दलसिंहसराय मुसरीघरारी, ताजपुर होते हुए फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अविलंब शुरू होगा। इस पर डीएम ने संबंधित सीओ को तीनों स्थलों पर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। मुसरीघरारी से दरभंगा पथ में बाइपास का निर्माण किया जाना है। जो ग्रीन फील्ड से होकर गुजरेगी। इसको लेकर प्रस्ताव समर्पित करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता जयनगर को डीएम ने दिया। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत भूर्जअन किए जा रहे भूमि के रैयतों को राशि का भुगतान करने के लिए वंशावली, एलपीसी बनाने का निर्देश भी संबंधित अंचलाधिकारी को दिया। जिससे राशि का भुगतान अविलंब किया जा सके।