बिहार में चल रहे विशेष भूमि सर्वे में कोताही बरतने बाले कर्मियों का रुकेगा वेतन, सेवा भी होगी समाप्त

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : विशेष भू सर्वेक्षण बिहार के 20 जिलों में जारी है। विभाग ने सख्ती बरतते हुए अल्टीमेटम दिया है कि उक्त जिलों में चल रहे सर्वे में कोताही करने वाले कर्मियों की नौकरी जाएगी। विभाग ने सभी कर्मियों को हिदायत दिया है कि प्रपत्र पांच का डाटा इन्ट्री और रैयतों की 25 प्रतिशत संख्या अपलोड 31 जनवरी तक पूरा करने वाले को ही जनवरी महीने का वेतन मिलेगा और उक्त आदेश का पालन नहीं करने वाले कर्मियों की सेवा समाप्त होगी ।

20 जिलों के डीएम को दिया भू अभिलेख व परिमाप निदेशक के दिया निर्देश बताते चलें कि बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, जहानाबाद, अरवल, शिवहर, किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया, सीतामढ़ी, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पश्चिम चम्पारण, बांका, जमुई, शेखपुरा, मुंगेर और नालंदा जिलों में विशेष सर्वे का काम चल रहा है। निदेशक ने उक्त जिलों के डीएम को पत्र लिखा है। कार्य में तेजी लाने के लिए उक्त आशय में भू अभिलेख व परिमाप निदेशक जय सिंह ने गुरुवार को यह आदेश सभी 20 जिलों के डीएम को दिया है।

बताते चलें कि सभी डीएम को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि विशेष सर्वे के दौरान चयनित मौजों के प्रपत्र पांच का लेखन मौजूदा खतिहान से किया जा रहा है। इस संदर्भ में बार-बार निर्देश देने के बाद भी प्रपत्र पांच का डाटा इन्ट्री भू सर्वे साफ्टवेयर में नहीं किया गया है। प्रपत्र दो और प्रपत्र 3(1) को भी अपलोड नहीं किया जा सका है। इसी के साथ रैयतों के घोषणा पत्र को साफ्टवेयर में अपलोड करने में भी अपेक्षित प्रगति नहीं हो रही है। लिहाजा यह सभी काम हर हाल में जनवरी के अंत तक कर लेना है। 31 जनवरी तक यह काम करने वाले कर्मियों को ही जनवरी का वेतन भुगतान किया जाएगा। निदेशक ने कहा है कि अगर तय समय पर काम नहीं हो सका तो सेवामुक्त करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा जाए।