राम मंदिर निर्माण के लिए बिहार वासियों ने दिया सबसे ज्यादा चन्दा, कम पड़ गई रसीदें

डेस्क : राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है आपको बता दें कि राम मंदिर एक ऐसा मंदिर है जिसको बनवाने के लिए अनेकों लड़ाई हिंदुओं का प्रतिनिधित्व करने वालों ने लड़ी। बीते 50 सालों से इस मुद्दे को ना ही सरकार ना ही कोई अदालत फैसला सुना पाई। लेकिन, 2020 के वर्तमान सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट पर जब दबाव बनाया गया तो सुप्रीम कोर्ट में एक कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी के गठन से ही इस मामले को सुलझाया गया है।

हालांकि, अब निर्माण मंदिर करने हेतु जगह-जगह लोगों से चंदा मांगा जा रहा है ज्यादा से ज्यादा चंदा देने वाले बिहार के लोग उठ कर सामने आए हैं जो राम मंदिर बनवाने के लिए भारी तादाद में साथ दे रहे हैं। आपको बता दें कि चंदा जमा करने के लिए इस वक्त बिहार में रसीद कम पड़ गई है चंदा इतने बड़े स्तर पर दिया जा रहा है कि इसकी गिनती कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। आपको बता दें की इस चंदे की प्रक्रिया को 16 जनवरी 2021 से चालू कर दिया गया है। जिसमें आप ₹10, 100 रूपए, हजार रुपए के टोकन द्वारा चंदा दे सकते हैं और अगर इससे ज्यादा चंदा देना चाहते हैं तो उसके लिए अलग से पर्ची कटती है।

राम मंदिर निर्माण के चंदे के लिए अनेकों चेहरे सामने आए हैं जिसमें क्रिकेटर और भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर भी मौजूद है। गौतम गंभीर ने इस वक्त एक करोड़ की राशि दी है। कुछ समय पहले राम मंदिर के निर्माण के लिए भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा ₹500000 का चंदा दिया गया था। फर्जी चंदा इकट्ठा करने वालों से सावधान रहने को कहा गया है ऐसा बताया जा रहा है कि कई जगह पर राम मंदिर के नाम पर अवैध वसूली चल रही है जिसके तहत वे जनता को बरगला फुसलाकर गलत तरीके से पैसा जमा कर रहे हैं।

राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से चंदा इकट्ठा किया जा रहा है। उनकी तरफ से यह घोषणा की गई थी कि अगर किसी और तरीके से 5 या ₹10 का चंदा कोई मांग रहा है, राम मंदिर के नाम पर तो कृपया करके उसको ना दें और उसकी रिपोर्ट थाने में करवाएं। राम मंदिर के निर्माण के लिए बॉलीवुड सितारे अक्षय कुमार एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अपना बड़ा योगदान दे चुके हैं। जल्द ही मंदिर के डिजाइन पर फैसला होने वाला है इसके लिए पहले स्तर की बैठक संपन्न की जा चुकी है जहां पर राम मंदिर की नींव का आधार बना दिया गया है लेकिन अभी इस पर आखिरी निर्णय नहीं लिया है। इसके तहत कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज का कहना है कि जल्द ही नियम का डिजाइन फाइनल कर दिया जाएगा। इसमें बड़ी-बड़ी कंपनियों की मदद ली जा रही है जिसमें एलएनटी के इंजीनियर और टाटा के इंजीनियर मौजूद रहेंगे।