मोदी के हनुमान “चिराग” को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर, रामविलास की पहली पत्नी बोलीं पारस बाबू ने गलत किया

डेस्क : बुधवार को नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। इसी बीच कैबिनेट विस्तार में बिहार के 2 नेताओं को जगह दी गई। इसमें जेडीयू से आरसीपी सिंह और लोजपा से पशुपति कुमार पारस को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। ऐसे में मोदी के हनुमान बने यानि चिराग पासवान को कुछ भी हाथ नहीं लगा। बता दें कि लोजपा में चल रहे विवादों को लेकर लगातार चिराग पासवान मोदी की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे थे। ऐेसे में मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो चिराग बार-बार पीएम नरेंद्र मोदी को भगवान राम के भक्त हनुमान की तरह पूजा कर रहे थे। लेकिन, जब समय आया तो उन्होंने साथ छोड़ दिया।

अब देखना होगा चिराग क्या करते हैं? बता दें की बीते दिन मंगलवार को पीएम मोदी के मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर चिराग ने कहा कि यदि पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। तो वे कोर्ट जाएंगे। आज उन्होंने कहा था, मै पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं, पार्टी भी मेरी है। समर्थन भी मेरे पास है। मेरी अनुमति के बिना, पार्टी के कोटे से किसी भी सांसद को मंत्री बनाना गलत है। ऐसे में यदि चाचा पशुपति पारस को मोदी मंत्रीमंडल में जगह मिलती है। तो खुद को मोदी के हनुमान बताने वाले चिराग क्या मोदी के खिलाफ होंगे? ये बड़ा सवाल उठ रहा हैं ।

चिराग आशीर्वाद यात्रा के दौरान बिहार भ्रमण पर हैं: बता दें कि चिराग पासवान 5 जुलाई को पूर्व केंद्रीय मंत्री सह लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के जयंती पर हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा आरंभ कर अलग-अलग जिलों के दौरे पर हैं। इसी यात्रा के दौरान चिराग 8 जुलाई को बेगूसराय होते हुए 9 जुलाई को अपने पुराने पैतृक गांव घर खगड़िया पहुंचेंगे। तो जरूर कुछ नया ऐलान करेंगे। ऐसी हवा चल रही है। बता दे की रामविलास पासवान की जयंती के दिन उनके पैतृक गांव शहरबन्नी में LJP नहीं बल्कि RJD ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। सबसे बड़ी बात यह है।कि इस कार्यक्रम में आरजेडी के द्वारा उसकी बड़ी मां का सम्मान भी किया गया था। इन्हीं नए राजनीतिक समीकरणों को तूल देता दिखाई दे रहा है।

मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर बड़ी मम्मी ने कहा : बता दे की स्व रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने चिराग को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर अपना प्रतिक्रिया जाहिर किया। उन्होंने कहा- “नरेंद्र मोदी को चिराग को मंत्रिमंडल में जगह देनी चाहिए थी। पीएम पर उन्‍होंने काफी भरोसा है। चिराग ने हमेशा पीएम मोदी के कार्यों की प्रशंसा की है। केंद्र सरकार के कार्यों को सहारा है। रामविलास पासवान का उत्‍तराधिकारी चिराग है। इसलिए चिराग को ही मंत्री बनाना चाहिए था। आगे उन्‍होंने पारस पर तंज कसते हुए कहा- पशुपति पारस ने ठीक नहीं किया। लोजपा को नहीं तोड़ना चाहिए था। पारस और लोजपा के सांसदों ने रामविलास पासवान के साथ धोखा किया है।”