पर्यटन के मानचित्र पर विकसित होगा सिमरिया गंगा घाट, डीपीआर बनाने वाली एजेंसी का जल्द होगा चयन

न्यूज डेस्क : बेगूसराय स्थित बिहार का ही नहीं देश में प्रचलित गंगा घाट सिमरिया घाट का चहुमुखी विकास किया जाएगा । इसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार किया गया है। सिमरिया घाट में जानकी पौड़ी के निर्माण के संबंध में भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। जिसमें सीढ़ी सहित अन्य स्थायी संरचनाओं के निर्माण शामिल होंगे। साथ ही जानकी पौड़ी के लिए आवश्यक अधिसंरचनाओं के निर्माण हेतु विशेषज्ञ संस्थाओं की भूमिका के मद्देनजर डी.पी.आर. तैयार करने हेतु एजेंसी के चयन के संबंध में विचार-विमर्श किया जा रहा है।

सिमरिया घाट पर सुरक्षा की उठी मांग इसके साथ ही सिमरिया घाट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को और भी पुख्ता करने के संबंध में भी उपस्थित संतों द्वारा दिए गए सुझाव के मद्देनजर इन क्षेत्रों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने हेतु आवश्यक कार्रवाई शूरु की गई है। विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार के द्वारा सिमरिया घाट के लिए स्थायी थाना की स्थापना के आग्रह पर जिला पदाधिकारी बेगूसराय ने उन्हें इस संबंध में अनुशंसा पत्र भेजने का
सुझाव दिया है।

जिला प्रशासन की बैठक में DDC ने विस्तार से बताया बेगूसराय के DDC ने सिमरिया धाम को पर्यटकीय दृष्टिकोण से विकसित करने की दृष्टि से अब तक की कार्ययोजना के संबंध में जानकारी साझा की । उन्होंने कहा कि सिमरिया धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु धर्मशाला, परिसर में पी.सी.सी. सड़क, शौचालयों का निर्माण, सीढ़ी घाट का निर्माण, हाईमास्ट लाईट सहित अन्य संबंधित मामलों के संबंध में तैयार प्राक्कलन पर विस्तार से जानकारी दी।

DM की अध्यक्षता में आयोजित हुई थी बैठक बुधवार को जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आज सिमरिया घाट को पर्यटन दृष्टिकोण से विकसित करने के संबंध में कारगिल विजय सभा भवन में बैठक आहूत हुई। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त-सह-सिमरिया धाम विकास समिति के अध्यक्ष सुशांत कुमार, माननीय सदस्य विधान परिषद सर्वेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी बेगूसराय सदर संजीव कुमार चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे ।

सिमरिया गंगा घाट का है सांस्कृतिक महत्व , होगा विकास इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि सिमरिया घाट का व्यापक सांस्कृतिक महत्व है। घाट की इसी महत्ता के मद्देनजर जिला प्रशासन इसे पर्यटकीय दृष्टिकोण से भी विकसित करने की कार्ययोजना पर पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं। इसी कड़ी में सिमरिया घाट के विकास हेतु गठित जिलास्तरीय सिमरिया धाम विकास समिति द्वारा वहां निर्माण किए जा सकने वाले स्थायी / अस्थायी संरचनाओं के संबंध में सभी संबंधित व्यक्तियों से फीडबैंक प्राप्त कर कार्ययोजना तैयार कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

समिति द्वारा घाट के पर्यटकीय दृष्टिकोण से विकास हेतु प्रस्तुत प्रस्ताव के आधार पर घाट परिसर में कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधि के जरिए धर्मशाला, शौचालय, एन एच-31 से घाट तक पी.सी.सी. सड़क के निर्माण, भव्य प्रवेश द्वार तथा हाईमास्ट लाईट लगाए जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, बेगूसराय तथा अंचलाधिकारी, बरौनी घाट परिसर में इन संरचनाओं के निर्माण हेतु उपलब्ध भूमि एवं स्थल चयन हेतु आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान माननीय सदस्य विधान परिषद के द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर परिसर में 5-7 चापाकल के अधिष्ठापन तथा 02 अस्थायी शवदाह शेड के निर्माण के संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, बीहट को निर्देश दिया गया है।