बिहार : जमीन फर्जीवाड़ा पर लगेगा लगाम- अब सीधे रजिस्ट्री ऑफिस में मिलेगी स्टांप पेपर, जानें – नया नियम….

न्यूज़ डेस्क: बिहार में जमीन रजिस्ट्री करवाने के समय आपको कई तरह के फर्जीवाड़े से गुजरना पड़ता है। इसमें से एक नकली स्टांप पेपर है। कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि फर्जी स्टांप पेपर लोगों को दे दिया जाता है, जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोर्ट में फर्जी स्टांप पेपर को लेकर कई मामले पेंडिंग हैं। लेकिन अब आपको उससे छुटकारा मिलेगा। अब जमीन रजिस्ट्री या न्यायिक कार्य के लिए स्टांप की बिक्री कोर्ट रजिस्ट्री ऑफिस करेगा। मध निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग से मंजूरी मिलने के बाद ट्रायल जारी है।

अंबेडकर जयंती के दिन मिले छुट्टी के दिन कोर्ट ने इसका ट्रायल किया। हालांकि 50 फ़ीसदी विभाग में ही ट्रायल सफल रही। ट्रायल के दौरान कई विभागों में तकनीकी खामियां पाई गई। जिसके बाद सॉफ्टवेयर को और मजबूत करने के लिए निर्देश दे दिया गया है।ट्रायल के कारण पिछले 1 सप्ताह से स्टांप की बिक्री बाधित है, जिस वजह से ब्लैक में इसे बेचा जा रहा है। 100 रूपये के स्टांप के 150 रूपये लिए जा रहे हैं। ऐसे में नॉन ज्यूडिशियल स्टांप को बेचने वाले रजिस्ट्री ऑफिस के वेंडर खूब कमाई कर रहे हैं।

बता दें कि मार्च क्लोजिंग के बाद से जमीन रजिस्ट्री संख्या में कमी देखी गई है। मार्च के महीने में 250 से 300 जमीन की खरीद- बिक्री हुई। वहीं वर्तमान में 50 से 70 प्लॉट की रजिस्ट्री हो पा रही है। आंकड़ों की बात करें तो 1 से 15 अप्रैल के बीच मात्र 1100 जमीन ही रजिस्टर्ड हो पाई है। डिस्ड्रिक सब रजिस्टार राकेश कुमार कहते हैं कि मार्च में अधिक रजिस्ट्री होने के कारण इसका असर अप्रैल में देखने को मिल रहा है।