अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते : तेजस्वी यादव

डेस्क : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद यादव पर लगाए गए सारे आरोप को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा इन आरोपों का कोई आधार नहीं है उनकी संपत्ति और जमीन को लेकर जो आरोप लगाए हैं वह सब बेकार है उसका कोई आधार नहीं है।उन्हने ट्वीट करते हुए कहा अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते, तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता। चुनाव आयोग को चुनाव के वक्त जो जमीन व संपत्ति घोषित की जाती है यह वही है इसके अलावा कुछ नहीं है। वहीं, तेज प्रताप ने भी ट्वीट कर कहा है कि, “चोर मचाए शोर” वाली कहावत हो रही है जो लोग लूटने में लगे हैं वही लोग आज राजद पर आरोप लगा रहे हैं।

दरअसल, बिहार सरकार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार के आरोपों का खंडन करते हुए दोनों भाइयों ने यह बयान दिया है। जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू प्रसाद के 73 वें जन्मदिन पर उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं अपने बयान में कहा कि “लाभ लो -जमीन दो” कि नीति पर चलते हुए लालू प्रसाद ने अपने सगे भाई भतीजे और अपने गांव फुलवरिया के लोगों को भी नहीं छोड़ा।नीरज कुमार ने दस्तावेजों का खुलासा किया है कि लालू प्रसाद ने अपने बड़े भाई स्वर्गीय मगरू यादव के बेटों से 4 नवंबर 2003 को अपने बेटे तेजप्रताप यादव के नाम पर 8 कट्ठा 17 धूर जमीन लिखवा ली थी, तेजस्वी यादव का निक नेम तरुण यादव है उन्होंने कहा कि तरुण कुमार यादव के नाम पर भी रजिस्ट्री कराई गई है।

1989 में पैदा हुए तेज प्रताप के नाम से 1993 में 4 वर्ष की उम्र में फुलवारीया के लोगों से नौकरी के बदले 3 कट्ठा 11 धूर और 6 कट्ठा जमीन ली गई। खरीदार के रूप में तेज प्रताप वह तरुण कुमार यादव व्लद लालू प्रसाद यादव दर्ज है। इसके साथ ही नीरज कुमार ने यह भी कहा कि सभी रजिस्ट्री में अभिभावक के रूप में किसी का कोई उल्लेख नहीं है जो कि बाल उत्पीड़न का मामला बनता है आखिर नाबालिक के नाम बिना अभिभावक का उल्लेख किए जमीन कैसे लिखावाई गई।