अच्छी खबर! बिहार में प्रदूषण जांच केंद्र खोलने पर सरकार देगी पूरे 3 लाख रुपये, जानिए- कैसे मिलेगा यह लाभ

डेस्क: बिहार वासियों के लिए एक अच्छी खबर निकल कर सामने आई है। दरअसल, बिहार सरकार राज्य में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए तीन-तीन लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रही है, इस योजना का लाभ वैसे लोग ले सकते है, जिसके प्रखंडों में पेट्रोल पंप और वाहन सर्विस सेंटर के अतिरिक्त एक भी वाहन प्रदूषण जांच केंद्र नहीं है। बिहार परिवहन विभाग ने इसके लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। परिवहन मंत्री शीला कुमारी की माने तो वाहन प्रदूषण जांच केंद्र प्रोत्साहन योजना से वाहनों के प्रदूषण जांच में तो सहूलियत के साथ-साथ लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

जानकारी देते हुए परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रखंडों में नए वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए जरूरी उपकरणों (स्मोक मीटर, गैस एनालाइजर, इंटरनेट के साथ कंप्यूटर) आदि खरीदने में आने वाले खर्च का 50 प्रतिशत या अधिकतम तीन लाख रुपये अनुदान के रूप में दिया जाएगा।

15 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं: जानकारी के लिए आपको बता दें कि अपने प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए इ’छुक आवेदक 15 जनवरी 2022 तक संबंधित जिला परिवहन कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं। फीट योग्य लाभुकों का चयन 17 जनवरी तक किया जाएगा। जबकि, डीटीओ के स्तर से प्रखंडवार सूची का प्रकाशन 24 जनवरी तक संबंधित प्रखंडों में किया जाएगा। इसके बाद 25 जनवरी को अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा। योग्य अभ्यर्थियों के चयन में आवेदक की उ’चतर शैक्षणिक योग्यता मान्य होगी।

आवेदन करने से पहले यह शर्ते जान ले: अगर आप भी अपने प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र खोलने की सोच रहे हैं तो उससे पहले यह शर्ते को जरूर जान लें, बता दे की इसके लिए आवेदक उसी प्रखंड का स्थायी निवासी हो, जहां प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना की जानी है। इसके साथ ही आवेदक या उसका स्टाफ मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल या ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिग्रीधारी अथवा डिप्लोमा हो या विज्ञान के साथ बारहवीं उत्तीर्ण हो या मोटरवाहन से संबंधित किसी ट्रेड में आइटीआइ उत्तीर्ण हो।