अब थाना जाने का झंझट खत्म! घर बैठे WhatsApp के जरिए दर्ज करें FIR, जानिए- कैसे?

डेस्क : बिहार पुलिस राज्य में रहने वाले नागरिकों को विशेष सुविधाएं प्रदान कर रही है। दरअसल, पुलिस विभाग की ओर से मिशन जनसेवा (Bihar Police Mission Jan Seva) के तहत विभिन्न प्रकार की समस्याओं के लिए ऑनलाइन/व्हाट्सएप के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी।

इससे बिहार के लोगों को काफी राहत मिलेगी। यह जानकारी आधिकारिक बिहार पुलिस सामान्य प्रशासनिक विभाग द्वारा बिहार के सभी लोगों के लिए सार्वजनिक रूप से प्रकाशित की गई है। आइए जानते हैं किन समस्याओं का होगा समाधान।

मिशन जन सेवा के तहत बिहार पुलिस द्वारा चरित्र प्रमाण पत्र, पासपोर्ट और लाइसेंस सत्यापन सहित 9 प्रकार की सार्वजनिक सेवाएं ऑनलाइन/व्हाट्सएप प्रदान की जाएंगी। ये सेवाएँ वर्तमान में मैन्युअल कोड में प्रदान की जा रही हैं। अब इसे दोनों मोड में पेश किया जाएगा।

इनमें किरायेदार सत्यापन, अपार्टमेंट, व्यवसायों, सीसीटीवी आदि के लिए सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति में सहायता शामिल है। किसी भी दस्तावेज़, फोन और वाहन की चोरी के मामले में, ई-एफआईआर / एफआईआर दर्ज की जाएगी। ई-स्टेशन डायरी (सनाहा) की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। कोई भी व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकेगा।

20 मिनट में डायल-112 की पहुंच जाएगी टीम

एडीजी ने कहा कि मिशन जन सेवा के तहत आपातकालीन पुलिस रिस्पांस सेवा, एम्बुलेंस और अग्निशमन सेवा के लिए डायल-112 की सुविधा 20 मिनट के भीतर उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। इसका उद्देश्य किसी भी पुलिस कार्यालय या थाने में 30 मिनट के अंदर फरियादियों की बात सुनना है। दिए गए शिकायती पत्र की जांच 30 दिन में पूरी कर ली जाएगी। यदि वादी रिपोर्ट की प्रति की मांग करता है तो संवेदनशील मामलों को छोड़कर उसे रिपोर्ट की एक प्रति दी जायेगी।

मिशन जनसेवा में व्हाट्सएप के माध्यम से शिकायतें की जाएंगी दर्ज

बिहार पुलिस मिशन लोक सेवा के अनुसार वादी को अनुसंधान की प्रगति की जानकारी दी जा सकती है। वादी को दर्ज प्राथमिकी एवं सनहा की प्रति नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को आवश्यक जानकारी दी जायेगी। वहीं फेसबुक लाइव और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिकायतें सुनी जाएंगी।

एसपी से लेकर अपर थानाध्यक्ष तक दो घंटे तक सुनवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि इसे प्रयोग के तौर पर पांच जिलों पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर और गया में शुरू किया गया है। इसकी सफलता के बाद इसे अन्य जिलों में भी शुरू किया गया है।