न्यूज डेस्क : बिहार में मानसूनी बारिश लगातार बरस रही है। तूफानी अंदाज में हो रहे लगातार मूसलाधार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग से अलर्ट आया कि 18 जून तक राज्य में भारी बारिश और व्रजपात का अलर्ट है। साथ ही यह कहा गया कि गंगा और बूढ़ी गंडक नदी के तटवर्ती जिलाओं में व्रजपात और बारिश की खतरा ज्यादा है। राज्य में और बेगूसराय पिछले साल दर्जनों जाने व्रजपात से गयी थी। इस बार भी एक दर्जन के करीब लोगों की मौत ठनका से हो गयी है। ऐसे में व्रजपात से बचाव के लिए लोगों को नीचे दिए गए फॉर्मूले को अपनाने की जरूरत है। यह गाइडलाइन बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किया है।
बारिश व्रजपात के समय ये ध्यान रहे
- यदि आप खुले में हो तो शीघ्रातिशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें।
- सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहें। समूह में न खड़े हों, बल्कि अलग-अलग खड़े रहे।
- यदि आप जंगल में हो तो बौने एवं घने पेड़ों के शरण में चले जायें।
- धातु से बने कृषि यंत्र-डंड़ा आदि से अपने को दूर कर दें। आसमानी बिजली के झटका से घायल होने पर पीड़ित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र ले जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
- स्थानीय रेडियो अन्य संचार साधनों से मौसम की जानकारी प्राप्त करते रहें।
- यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हो और किसी सुरक्षित स्थान की शरण न ल पायें हो तो जहा है वहीं रहें, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे- लकडी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें।
- दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों की घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन के तरफ यथा संभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न सटने दें।
- जमीन पर कदापि न लेटे ।
ये भूल कर भी न करें
- खिड़कियाँ, दरवाजे बरामदे के समीप तथा छत पर न जाये।
- तालाब और जलाशय के समीप न जायें।
- बिजली के उपकरण या तार के साथ संपर्क से बचें व बिजली के उपकरणों को बिजली के संपर्क से हटा दें।
- ऐसी वस्तुएँ, जो बिजली की सुचालक है, उनसे दूर रहें।
- बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाइक, बिजली या टेलीफोन का खंभा, तार की बाड़ मशीन आदि से दूर रहें।
- ऊँचे इमारत (मकान) वाले क्षेत्रों में शरण नहीं लें।
- साथ ही बिजली एवं टेलीफोन के खंभों के नीचे कदापि शरण नहीं ले, क्योंकि उँचे वृक्ष, उंची इमारतें एवं टेलीफोन/ बिजली के खने आसमानी बिजली की अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
- पैदल जा रहें हो तो धातु की डंडी वाले छातों का उपयोग न करें।
- यदि घर में हो तो पानी का नल फिज, टेलीफोन आदि का न छूएँ।