बरौनी डेयरी ने रचा इतिहास, बिहार में पहली बार गाय में किया गया भ्रूण स्थानांतरण

डेस्क : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का ड्रीम प्रोजेक्ट ईटी-आईवीएफ एवं सेक्स शॉर्टेड सीमेन निषेचन प्रक्रिया के तहत बिहार में गौ पालन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुवात आज हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मार्गदर्शन में गौ पालन के क्षेत्र में आज यह क्रांति हुई है। मालूम हो की इसके शुरुवात से गोवंश की उन्नत प्रजाति का विकास होगा। इस तकनीक से बिहार में पहली बार बरौनी डेयरी के तत्वावधान में जोकिया मध्य विद्यालय के प्रांगण में 12 गायों में गुणवत्तापूर्ण अंडों का निषेचण सफलता पूर्वक किया गया।

जेके ट्रस्ट एवं डेयरी के डॉक्टरों की एक टीम ने 19 सितम्बर को डोनर गाय से प्राप्त अण्डों के निषेचन की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद आज सफलतापूर्वक सभी 12 गायों में प्रत्यारोपीत कर दिया। जेके ट्रस्ट द्वारा विशेष वैन में रखकर गिर एवं अन्य प्रजातियों की गायों के सीमेन को निषेचित कर उसका विकास किया गया था। देश के इतिहास में अपने तरह का यह कार्य पहली बार हो रहा है ।अभी फ़िलहाल को-ऑपरेटिव डेयरी स्तर पर केवल बछिया पैदा करने के लिए इस तकनीक का प्रयोग किया गया है।यदि यह प्रयोग सफल रहा है तो नस्ल सुधार के साथ-साथ बेगूसराय दुग्ध क्रांति के क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर अग्रसर होगा। इस प्रयोग से एक तरफ दुग्ध क्रांति के क्षेत्र में नया रास्ता खुलेगा। वहीं उच्च प्रजाति की उच्च दुग्ध उत्पादक गायों की नई नस्लें बेगूसराय एवं आसपास के क्षेत्रों में आ जाएगी। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी, इसका प्रयोग अन्य जिलों में भी किया जाएगा।

इस संबंध में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज का दिन पशुपालन के इतिहास में ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज होगा। तत्काल पटना के वेटनरी कॉलेज तथा पूसा कृषि विश्वविद्यालय में इसकी प्रयोगशाला लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को बैंक के साथ जोड़कर बरौनी डेयरी के संरक्षण में समन्वय बनाया जा रहा है जिससे किसानों पर बोझ डाले बिना इस तकनीक का लाभ दिलाया जा सके।