दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार का सफर होगा सुगम – बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के साथ ही बनेंगे 4 और बड़े पुल..

डेस्क : करीब 11 बरसों से निर्माणाधीन बख्तियारपुर- ताजपुर पुल का निर्माण शनिवार से फिर चालू हो गया है। आपको बता दे की गंगा नदी पर बने रहे इस पुल का 52 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसी बीच इस पुल के निर्माण के साथ इसके एप्रोच रोड के एलायनमेंट में 4 छोटे पुल और 2 रेल ओवर-ब्रिज (आरओबी) का भी निर्माण कराया जाएगा।

आरओबी का निर्माण समस्तीपुर जिले में होना है। जिन चार जगहों पर अन्य छोटे-छोटे पुलों का निर्माण कराया जाना है उनमें दो पटना जिले में भी है। ये चारों पुल बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के एलायनमेंट का हिस्सा है। आपको बता दे की यह प्रोजेक्ट बिहार का पहला पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPD) मोड है। इस पुल के निर्माण की मंजूरी काफी पहले मिली थी। इसके निर्माण के लिए 2875 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।

अब तक 1187 करोड़ रुपए फंड बचा हुआ है, जिसमें से बिहार सरकार 935 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। जबकि, केंद्र सरकार की ओर से वायबिलिटी गैप फंड के तहत 131 करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं, बिहार सरकार से 120 करोड़ रुपए दिए जाने हैं। पटना के बख्तियारपुर से समस्तीपुर जिले के ताजपुर तक बन रहा यह पुल बेहद लाभदायक साबित होने वाला है।

उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार की नई लाइफलाइन साबित होने वाला है यह पुल। इस बारे में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि इस पुल के बनने से नवादा, नालंदा, बाढ़, भागलपुर एवं झारखंड से उत्तर बिहार जाने वाले वाहनों को पटना शहर में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मंत्री नितिन नवीन के मुताबिक बख्तियारपुर-ताजपुर पुल का इस्तेमाल कर वाहन चालक सीधा उत्तर बिहार की ओर निकल जाएंगे। दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, रक्सौल एवं नेपाल की तरफ से नालंदा, नवादा होते हुए झारखंड की ओर जाने वाले वाहन पटना नहीं आएंगे।