बिहार के सारण में बनेगा राज्य का सबसे बड़ा कार्गो टर्मिनल , व्यापारियों को मिलेगा लाभ, जानें- इसकी खासियत..

न्यूज डेस्क: बिहार भी धीरे-धीरे विकसित राज्यों में से एक कहलाने वाला राज्य बनते जा रहा है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं। क्योंकी बिहार के सारण जिलें में राज्य का सबसे बड़ा और मॉडर्न कार्गो टर्मिनल बनने जा रहा है। राज्य में कुल 25 बंदरगाह बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सारण जिले में बनने वाला आधुनिक कार्गो टर्मिनल राज्य का सबसे बड़ा टर्मिनल होने जा रहा है। इसे विकसित करने के लिए राज्य सरकार भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के साथ मिलकर इसका निर्माण कार्य में भी जुट गई है।

कार्गो टर्मिनल के बनने से क्या- क्या है फायदा? अब आप सोच रहे होंगे इससे क्या लाभ होगा तो आपको बता दे की यह कार्गो टर्मिनल शुरू हो जाने से यातायात और व्यापार में काफि लाभ होने वाला है जलमार्गों के दोहन से न केवल सड़क और रेलवे पर दबाव कम होगा, बल्कि इससे बिहार में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में कई पुलों की मरम्मत की जा रही है। ऐसे में रो-रो सेवा काफी मददगार होगी। इसकेे अलावा कार्गो टर्मिनल के बनने से राज्य में कुल मिलाकर 3 टर्मिनल हो जाएगी। फिलहाल के लिए केवल 2 टर्मिनल है एक राजधानी पटना और दूसरी मनिहारी (कटिहार) में कार्यरत है। NW-I को वर्ल्ड बैंक से 5000 करोड़ रुपये की वित्तीय और तकनीकी सहायता से केंद्र की ‘जल मार्ग विकास’ परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। एक बार पूरा हो जाने पर, परियोजना 1500 से 2000 टन की क्षमता वाले वेसैल के नेविगेशन में मदद करेगी।

इतने समय में पूरा होगा यह काम: बताया जा रहा है कि अगले 2 साल के अंदर इस को बनाने का काम पूरा हो सकता है। अगस्त 2023 तक इसका निर्माण कार्य पूरा कराए जाने के आदेश दिए गए है। इसके अलावा बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, नेपाल व बंगाल में भी जलमार्ग के रास्ते सामान भेजी जाएगी। इसका निर्माण कार्य पटना के दीघा, कच्ची दरगाह, बख्तियारपुर समेत कई स्थानों को चिन्हित कर शुरू किया जाएगा। वही सबसे पहले डेम(DAM) बनाए जाएंगे ।