बिहार में पंचायत चुनाव आयोग के लिए बढ़ सकती है सरदर्दी- जानें क्या है मामला

डेस्क : बिहार में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में पंचायत चुनाव को लेकर सभी ग्राम पंचायतें चुनाव की तैयारियाँ करती नजर आ रही हैं। इस बार सरकार और चुनाव आयोग ने मिलकर फैसला किया है कि वह इस पंचायत के चुनाव में ईवीएम मशीन का प्रयोग करेंगे। इन चुनाव को लेकर 300 करोड़ से ऊपर खर्चा आने की संभावना है हालांकि जब बिना ईवीएम मशीन के चुनाव होते हैं तो 100 करोड़ में ही बात बन जाती है।

कुछ समय पहले यह खबर सामने आई थी कि जिन भी लोगों को अपने मत के लिए जानकारी बदलवाने चाहते है वह नाम एवं पता पपत्र में जमा करवा दें ताकि जल्द से जल्द कार्यवाही पूरी हो जाए और चुनाव में देरी ना हो। इसके लिए वर्तमान मुखिया के आवास और उससे 100 मीटर की दूरी पर चुनाव केंद्र स्थापित किया जाएगा क्योंकि ईवीएम मशीन द्वारा पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ईवीएम मशीनों पर भरोसा किया जा सकता है। लेकिन इसके अलावा एक और खबर आ रही है जिसमें कहा गया है कि इस बार वार्ड सदस्य समेत कई पदों पर अनेकों सिम्बल देखने को मिलेंगे जिसको लेकर प्रशासन चिंता में है।

इन चुनावों की घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है बता दें कि होली के त्यौहार के बाद गुंजाइश है कि पंचायत चुनाव 2021 की घोषणा कभी भी हो जाए। ऐसे में 14000 वार्ड सदस्य अलग-अलग पदों पर चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशियों ने अलमारी, गुब्बारा, कुल्हाड़ी, वायुयान जैसे सिंबल चुने हैं लेकिन इन सभी को सिम्बल देने में काफी परेशानी आ सकती है और उम्मीद लगाई जा रही है कि कई प्रत्याशी नाखुश हो सकते हैं। आपको बता दें की पंचायत चुनाव त्रिस्तरीय पदों पर किया जाएगा।

ऐसे में सर्वाधिक सिंबल मुखिया पद के प्रत्याशियों का निर्धारण किया जा चुका है जिसके लिए 29 सिंबल तैयार हो चुके हैं। अलग-अलग पद के लिए अलग-अलग सिंबल तय किए गए हैं। मुखिया पद के चुनाव के लिए मोतियों की माला, कलम, ब्लैक बोर्ड, बैंगन, चिमनी, मोमबत्तियां, गाजर, टोकरी, टेलीविजन, बल्ला, केतली, कैरम बोर्ड जैसे 29 सैंपल तैयार किए जा चुके हैं जिसमें ग्राम कचहरी के सरपंच पद के प्रत्याशी तैयार हैं। इनमें शामिल है जीप, टेलीफोन, मोटरसाइकिल, तलवार, टेलीफोन,टॉर्च और गुड़िया हैं।