बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : इस बार बहू-बेटियां नहीं किसी से कम, उठा ली है राजनीतिक विरासत आगे ले जाने की जिम्मेदारी, कोई है MBA तो कोई है लंदन रिटर्न…

डेस्क : बिहार में बदलाव की गति विकास की गति से काफी ज्यादा तेज है। ऐसे में इस बार बिहार के कई धुरंधर नेता विधानसभा चुनाव में उतर चुके हैं। साथ ही बिहार के बेटों ने ही नहीं बल्कि इस बार धमक बिहार की बहू बेटियों ने दिखाई है। इस बार बिहार इलेक्शन में महिलाएं कमान संभालने की पूरी जद्दोजहद में लगी है। इस बार के बिहार इलेक्शन में बहुत सारे युवा चेहरे सामने आए हैं। चाहे वह चिराग पासवान, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव या फिर मुकेश साहनी हो। बिहार में सरकार तो बनेगी ही और बदलाव भी जरूर आएगा परंतु जहां एक और बेटों ने अपने पिता की राजनीति विरासत संभालने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, वही बहू और बेटियां ने भी पूरा जोर लगा रखा है। वह इस राजनीतिक समंदर में अपने पति पिता या ससुर की विरासत को आगे ले जाने के लिए तैयार है।

इस बार की चर्चित महिलाएं जो राजनीति के मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरी हैं वह इस प्रकार हैं।

पुष्पम प्रिया चौधरी – आपको बता दें की पुष्पम प्रिया चौधरी लंदन रिटर्न है, और वह अपनी हर गतिविधि सोशल मीडिया पर अपडेट करती हैं। इस वजह से वह सोशल मीडिया पर खूब छाई रहती हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता और एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी पुष्पम प्रिया चौधरी चुनाव में कूदने से पहले प्लूरल्स पार्टी की तैयारी करी चुकी है। वह लंदन से पढ़ लिख कर आई है और मधुबनी जिले के बस्सी विधानसभा से चुनाव लड़ने वाली हैं।

दिव्य प्रकाश – आरजेडी नेता एवं पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण की पुत्री दिव्य प्रकाश पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं। ऐसे में उन्होंने पिता की पार्टी का सहारा लिया है। अब देखना यह होगा कि उनको कितनी सफलता हाथ लगती है।

मीना कामत – मीना कामत जेडीयू नेता कपिलदेव कामत की छोटी बहू हैं। इस बार कपिलदेव कामत खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। पहले वह जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी हैं।

नीतू सिंह – पूर्व पशुपालन मंत्री रहे आदित्य सिंह की बहू नीतू सिंह भी इस बार चुनावी मैदान में उतरी हैं और हिसुआ विधानसभा की सीट पर वह अपनी किस्मत आजमाने वाली है। वह अपने पति और ससुर की राजनीतिक व्यवस्था को आगे बढ़ाने का संकल्प ले चुकी है।

श्रेयसी सिंह – जब से चुनाव का आगाज हुआ है, तब से श्रेयसी सिंह चर्चा में है वह चर्चित दिग्विजय सिंह की बेटी है जो की शूटिंग में पारंगत हैं वह भाजपा की तरफ से चुनाव में उतरी हैं। इनके पास अर्जुन पुरस्कार भी है अब इनका बैकग्राउंड राजनीति का रहा है जिस कारण इन्होंने राजनीति को ही आगे बढ़ाने का मन बनाया है। साथ ही इनकी मां पुतुल देवी भी सांसद रह चुकी है।

शालिनी मिश्रा – पूर्व सांसद कमला मिश्रा मधुकर की बेटी है शालिनी मिश्रा। शालिनी मिश्रा ने एमबीए की पढ़ाई पूरी कर रखी है साथ ही कई मल्टीनेशनल लेवल की कंपनियों में भी काम किया है, पर अब जेडीयू के टिकट से चुनाव लड़ने वाली है।

आपको बता दें कि यहां पर कुछ बेटियां तो ऐसी हैं जिन को राजनीतिक मदद मिल सकती है क्योंकि उनके परिवार से ही कई सदस्य राजनीति से जुड़े हैं, पर कुछ ऐसे भी हैं जिनको कुछ खास तजुर्बा नहीं है और राजनीति का अनुभव भी नहीं है। अब समय ही बताएगा कि कौन कितने पानी में है और इस बार यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की राजनीति में महिलाओं का कितना योगदान रहता है।