एक बार फिर सवालों के घेरे में तेज प्रताप यादव, न नौकरी ,न व्यवसाय तो आखिर कहाँ से आई करोड़ो की सम्पति

डेस्क : राजद के सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे शुरू से ही उनके दुलारे रहे हैं और आखिरकार किस को अपनी पहली औलाद पसंद नहीं होती ? जैसा की बिहार विधान सभा चुनाव इलेक्शन नजदीक आ गए हैं, वैसे ही नेता और विपक्षी एक दुसरे पर आरोप और प्रत्यारोपों के बाण छोड़ रहे है और इस ही बीच एक और मुद्दा गरमा गया है की आखिरकार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के पास कितनी संपत्ति है ?

तेज प्रताप यादव 2015 विधायक बने थे और इनकी संपत्ति की गणना करी गई तो पता चला की इनके पास 2 करोड़ 83 लाख रुपया मौजूद है। ऐसे में यह सवाल भी लाजमी बनता है की ना तो श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों से इन्होने शिक्षा हासिल करी, न ही कोई व्यवसाय है और न ही कभी कोई नौकरी की। तो, आखिरकार इतनी ज्यादा सम्पति आई कहाँ से उनके पास ? इसके उपरांत भी उनके शौक कम नहीं है उनकी कई ऐसी तस्वीर है जिसमें वह अपनी लक्ज़री मर्सेडीज़ गाडी में घुमते नजर आये है। इस गाडी की बाजार में कीमत 30 लाख है और उनकी अमेरिका से मंगवाई गई आधुनिक स्पोर्ट्स बाइक भी 15 लाख की है। उनके पास 100 ग्राम सोना ज्वेलरी रजिस्टर्ड है।

जब यह सब देख उपमुख्यमंत्री सुशिल कुमार मोदी द्वारा जी से इस पर टिप्पड़ी मांगी गई तो वह बोले कि क्या तेजप्रताप बिहार के युवकों को बिना नौकरी, बिजनेस किए सम्पति अर्जित करने का टिप्स देंगे। आगे वह कहते हैं की तेज प्रताप 26 भूखंडों व 2 मकानों के भी मालिक हैं। ये दोनों मकान इन्हें स्व. रघुनाथ झा व कांति सिंह द्वारा गोपालगंज एवं पटना में उपहार के तौर पे दिया गया है। इसके साथ ही पटना की दो मंजिला टिस्को गेस्ट हाउस को जिस फेयरग्रो होल्डिंग कम्पनी के माध्यम से खरीदा गया है। मेरा सवाल यह है की उनको सारे नेता इतने उपहार देते क्यों है ?