जेपी नड्डा से मिले चिराग पासवान, भाजपा के 27+3 सीटों के आमंत्रण पर बनती नजर आ रही बात

डेस्क : लोक जनशक्ति पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को दिल्ली में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से 28 सितम्बर को मुलाक़ात करी और मुलाक़ात के बाद यह साफ़ ज़ाहिर करा गया की अब उनका स्थान एनडीए में पक्का हो चुका है। भाजपा द्वारा जो सीटों का ऑफर दिया गया उस पर भी काफी संतोष जताया गया है। बस इतना ही नहीं जमुई से सांसद होने के बावजूद चिराग भाजपा को बड़ा भाई मानते हैं। और इस ही कारण जमुई विधान सभा सीट छोड़ने को भी तुरंत तैयार हो गए हैं।

इसके बदले भाजपा ने उनको अपनी मन पसंद सीट चुन लेने का मौका दिया है। भाजपा की तरफ से एलजेपी को एनडीए में विधानसभा की 27, विधान परिषद की दो सीटें और राज्‍य सभा की एक सीट देने का प्रस्ताव रखा है। जमुई के बदले अब लोजपा चकई सीट पर अपनी दावेदारी ठोकेंगे। इसके बाद चिराग पासवान पार्टी के संसदीय मंडल की बैठक के बाद एनडीए(NDA) में बने रहने की घोषणा बेझिजक कर सकते हैं।

बीजेपी से मशहूर इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह को जमुई से विधान सभा का चुनाव लड़ने का आमंत्रण दिया है। इस मसले में चिराग पासवान को भी कोई समस्या नहीं है। बल्कि उनका कहना है की वह खुद उनको जमुई से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। श्रेयसी की जगह जमुई में पक्की करने के बाद वह दावेदारी चकाई पर बढ़ाना चाहते है। वह एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं। अब साथ ही नरेंदर सिंह जैसे बड़े कद काठी के सामने उन्हें श्रेयसी का चेहरा मिल जायेगा। साथ ही साथ जमुई में वोटबैंक के लिए राजपूतों का वोट भी प्राप्त हो जायेगा। श्रेयसी की तरफ से कोई चुनावी घोषणा फिलहाल नहीं करी गई है।

पीएम मोदी और भाजपा में आस्था चिराग पासवान बगावत पर उतारू है। उनकी भाजपा संग बातचीत सकरात्मक बताई जा रही है। चिराग पासवान की नाराजगी के दो मुद्दे हैं। पहला तो एनडीए में सीटों का सम्मानजनक बंटवारे का है। दूसरा मुद्दा बिहार में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार से उनके मतभेद का है। परन्तु यह मसला भी विधान सभा के मुद्दे से जुड़ा है। 2015 के विधानसभा चुनाव में एलजेपी को 42 सीटें दी गई थीं, जिनमें उसने दो पर जीत दर्ज की थी। वहीँ एलजेपी बीते हुए चुनावों से अधिक सीटें चाहती है। जिसमें जेडीयू एक बड़ी समस्या है।