बड़ा खुलासा! Barauni IOCL में फर्जी डॉक्यूमेंट जमा कर मज़दूर कर रहे हैं काम, जानें – पूरा मामला….

Barauni IOCL: बेगूसराय में कई बड़ी कंपनियां काम करती हैं जिनमें काम कर बड़ी संख्या में मजदूर अपना घर चलाते हैं। लेकिन अब मजदूरों का एक वर्ग मुसीबतों से घिरा हुआ है। दरअसल, इन कंपनियों में कई ऐसी कंपनियां (OCL Barauni) हैं, जहां ठेकेदारों के जरिए मजदूरों को काम मिलता है। काम करने के लिए मजदूरों को पुलिस वेरिफिकेशन जमा करना होगा। जिसके बाद उनका जॉब कार्ड बनाया जाता है। बताया जा रहा है कि फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन देकर जॉब कार्ड बनवाकर कई मजदूर इन कंपनियों में काम कर रहे थे।

इस संबंध में बरौनी ओपी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आईओसीएल ने फर्जी दस्तावेज जमा कर काम करने वाले मजदूरों की सूची मांगी है। सूची निकलने के बाद आरोपी मजदूरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बरौनी रिफाइनरी रोजगार मामले में ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिलता है. ठेकेदारों के माध्यम से ही लोगों को रोजगार मिल रहा है। रिफाइनरी में काम करने के लिए पुलिस सत्यापन के बाद ही जॉब कार्ड बनाया जाता है। जिसके बाद मजदूर काम कर पा रहे हैं।

अब इस पर फर्जी वेरिफिकेशन देकर जॉब कार्ड बनवाने वाले मजदूरों का कहना है कि बिना पैसे वेरिफिकेशन नहीं होने के कारण हमने यह कदम उठाया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि मजदूर मजदूरी कर घर चलाते हैं। अगर मजदूरों ने फर्जी तरीके से जॉब कार्ड बनवाए हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। लेकिन उन लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए जो पुलिस वेरिफिकेशन के लिए रिश्वत मांगते हैं। गरीब मजदूरों के पास घूस के लिए पैसे नहीं होते, इस वजह से मजदूरों ने यह अपराध किया।