गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत लॉकडाउन में घर लौटे श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की कवायद तेज

डेस्क : जिले में कौशल के आधार काम उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा कवायद तेज कर दी गयी है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में “गरीब कल्याण रोजगार अभियान” से संबंधित साप्ताहिक बैठक सोमवार को कारगिल विजय सभा भवन में आहूत की गई। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को इस अभियान को गंभीरता से लेते हुए निर्धारित समयावधि के लहल लक्ष्य को हासिल करने का निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान घर वापस लौट श्रमिकों को उनके घर-गांव के पास ही रोजगार उपलब्ध कराने के उदयेश्य से केंद्र सरकार द्वारा इस अभियान की शुरूआत की गई है। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस अभियान का मुख्य उदयेश्य ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक रोजगार सृजन करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को गति देना है। बैठक के दौरान इस अभियान के तहत निर्धारित विभिन्न कार्यों यथा सामुदायिक शौचालय निर्माण, ग्राम पंचायत भवन के निर्माण, जल संरक्षण एवं संचय, वृक्षारोपण, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना. फॉर्म पाउंड/कैटल शेड्स/वर्मी कंपोस्ट संरचना आदि से संबंधित संख्यात्मक एवं वित्तीय लक्ष्य प्राप्ति की समीक्षा की गई।

गौरतलब है कि इस अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्य 256 सामुदायिक शौचालयों के विरूद्ध 11, 44 ग्राम पंचायत भवनों के विरुद्ध 06, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 8681 के विरुद्ध 1537 आवासों का निर्माण किया जा चुका है। जबकि जल संरक्षण से संबंधित 281 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है। पदाधिकारी ने इन सभी योजनाओं सहित भारत नेट के तहत ऑप्टिक फाइबर अंतर्गत जीपीएस मेड लाइव, वाई-फाई हॉट-स्पॉट कनेक्शन एफटीटीएच, एनएचएआई से संबंधित कार्यों में गति लाकर समय निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण करने का दिया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी शैलेश कुमार, एसडीओ सच्चिदानद सुमन सहित एनएचएआई, बीएसएनएल, रेलवे, गेल आदि के प्रतिनिधि मौजूद थे।