बेगूसराय रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट व पीपल के बगल में रेलवे बनवा रहा शौचालय , विरोध के स्वर हुए तेज

न्यूज डेस्क : बेगूसराय रेलवे स्टेशन परिसर में पीपल के पेड़ के नीचे बनाये जा रहे शौचालय पर रोक लगवाने के लिए विरोध के स्वर तेज होने लगे लगे हैं। बताते चलें कि इससे पहले रेल यात्री संघ के विरोध के बावजूद बेगूसराय रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट के पास शौचालय का निर्माण कार्य सोमवार से फिर से शुरू हो गया है। यात्री संघ के सदस्य ने शौचालय निर्माण स्थल में बदलाव की मांग की है। संघ के महासचिव राजीव कुमार ने बताया कि एक साजिश के तहत मुख्य गेट व पीआरएस के बगल में शौचालय का निर्माण करा स्टेशन के भविष्य में होने वाले विकास कार्य को अवरुद्ध किया जा रहा है।

वहीं दूसरी तरह धार्मिक मान्यताओं को ताक पर रख पीपल के पेड़ के नीचे शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। सबसे आश्चर्य की बात है कि स्थानीय रेल अधिकारी आईओडब्ल्यू, एईएन, डीईएन तक को शौचालय निर्माण की कोई जानकारी नहीं है। आखिर इस शौचालय का निर्माण कैसे हो रहा है, किस मद से हो रहा है व शौचालय निर्माण के लिए स्थल का चयन किन अधिकारी के आदेश पर हुआ है इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही है। शौचालय निर्माण के लिए पीपल के पेड़ को भी क्षतिग्रस्त किया गया है। इसको लेकर संघ लड़ाई तेज करेगी ।

अभाविप और बजरंग दल ने जताया विरोध शौचालय निर्माण को लेकर कई संगठन के नेताओं ने आपत्ति जताई है। एबीवीपी नेता अजीत चौधरी ने कहा कि जानबूझकर धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है। एक तरफ सरकार जल जीवन हरियाली को बढ़ावा देने में लगी है तो दूसरी तरफ रेल के अधिकारी पीपल जैसे धार्मिक आस्था व ऑक्सीजन देने वाली पेड़ को क्षतिग्रस्त कर शौचालय निर्माण करा रहे हैं।

संगठन इसका विरोध करेगा। वहीं बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सहसंयोजक शुभम भारद्वाज ने कहा कि हिन्दू धर्म में पीपल को देवता का स्वरूप माना गया है। आस्था को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। संगठन इसको लेकर डीआरएम व जिलाधिकारी को स्थल बदलने का मांग पत्र सौंपेगा। आने वाले समय में रेलवे के द्वारा फैसला में बदलाव नहीं किया गया । तो , उग्र आंदोलन भी किया जाएगा ।