हरिद्वार के तर्ज पर विकसित होगा बेगूसराय का सिमरिया घाट, 37 करोड़ की लागत से चमकेगा गंगा का तट..

बेगूसराय : मिथिला क्षेत्र और बेगूसराय का पवित्र गंगा तट सिमरिया गंगा तट के दिन अब बहुरने वाले हैं, क्योंकि आस्था का पवित्र स्थल व मोक्षदायिनी सिमरिया गंगा घाट को विकसित करने की कवायद शुरू हो चुकी है। बेगूसराय जिला प्रशासन ने इसके लिए गंभीर प्रयास शुरू कर दिया है। जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के अनुसार, सिमरिया गंगा तट के विकास के लिए योजना तैयार करने का आदेश दिया गया है, ताकि शीघ्र काम शुरू किया जा सके। वही हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड, बरौनी हर्ल प्रबंधन ने सिमरिया धाम के विकास के लिए 14 करोड़ 66 लाख 22 हजार रुपये जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया है।

इतने करोड़ की लागत से इन चीजों का निर्माण होगा: आपको बता दें कि सिमरिया धाम की बनाई गई विकास योजना के तहत प्रशासनिक भवन के उत्तर दिशा में 9 करोड़ 41 लाख 76 हजार की लागत से छह मंजिला धर्मशाला बनाया जाएगा। इसके अलावा 5 जगहों पर चेजिग रूम 57 लाख 81 हजार की लागत से 20-20 सीटों वाले दो शौचालय काम्प्लेक्स का निर्माण 90 लाख 21 हजार की लागत से, पीसीसी सड़क का निर्माण दो करोड़ 11 लाख की लागत से, प्रवेश द्वार का निर्माण 12 लाख 82 हजार की लागत से पांच हाइमास्ट लाइट 20 लाख 57 हजार की लागत से, दाह संस्कार के लिए, लोगों के बैठने के लिए पांच शेड 21 लाख रुपये की लागत से, दस प्लेटफार्म का निर्माण 21 लाख 53 हजार की लागत से कराया जाएगा। दो विद्युत एवं चार लकड़ी वाले शवदाह गृह का होगा निर्माण

मालूम हो कि नगर विकास पटना के द्वारा घाट पर दो विद्युत शवदाह गृह एवं चार लकड़ी शेड वाले शवदाह गृह का निर्माण कार्य किया जाएगा। नगर विकास बीहट द्वारा 11 करोड़ 90 लाख बुडको को भेजा गया है। इसके लिए स्थल चिह्नित कर लिया गया है। शमशान घाट के उत्तर में दो विद्युत शवदाह गृह एवं चार लकड़ी वाला शवदाह गृह का निर्माण कराया जाएगा।

वहीं एनबीसीसी के द्वारा सिमरिया घाट पर दो हाइमास्ट लाइट, एक शौचालय काम्प्लेक्स, प्लेटफार्म, चेजिग रूम सहित सड़क निर्माण कार्य किए जाएंगे। 11 सौ मीटर लंबी बनेगी सीढ़ी, जानकी पौड़ी से होगा प्रसिद्ध फिलहाल राम घाट से निषाद घाट तक 11 सौ मीटर लंबी सीढ़ी का निर्माण कराया जाएगा, जो जानकी पौड़ी के नाम से जाना जाएगा।