Begusarai News : बेगूसराय के सरकारी विद्यालय में एक ऐसा पल आया, जब किसी की आंखें सूखी नहीं रहीं। न शिक्षक, न छात्र और न ही गांव की वो मांएं, जो अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए रोज स्कूल भेजती हैं। प्रमोशन के बाद जब शिक्षिका अमिता कुमारी की स्कूल से विदा हो रही थीं, तो उन्हें दुल्हन की तरह सजाया गया। लाल चुनरी ओढ़ाई गई, खोईंछा भरा गया और चुमावन कर पूरे रीति-रिवाज़ के साथ बेटी की तरह विदा किया गया। ये कोई शादी का मंडप नहीं, बल्कि एक सरकारी मिडिल स्कूल का दृश्य था, लेकिन भावनाएं किसी घर की बेटी की विदाई से कम नहीं थीं।
बच्चे अपनी मैडम को जाते देख खुद को रोक नहीं सके। किसी ने उनका हाथ पकड़ लिया, किसी ने उनके पैरों से लिपट कर रोना शुरू कर दिया। कुछ बच्चे फूल लेकर खड़े थे…और जैसे ही मैडम स्कूल के गेट से बाहर निकलीं, तो उन पर फूलों की बारिश होने लगी। कई छात्र तो रोते हुए दौड़कर गाड़ी तक पीछे-पीछे गए, जहां बैठकर अमिता कुमारी ने अंतिम बार पीछे मुड़कर देखा… और खुद भी आंसुओं में भीग गईं।
दरअसल, बेगूसराय सदर प्रखंड के कैलाशपुर मिडिल स्कूल में दो शिक्षकों का प्रधान शिक्षक में चयन होने के बाद तबादला किया गया। इसीलिए विद्यालय में धूमधाम से विदाई समारोह रखा गया। जहां स्कूल की शिक्षिका अमिता कुमारी को दुल्हन की तरह विदा किया गया।
कई बच्चों ने हाथ जोड़कर कहा- “मैडम, आप कभी हमें भूलिएगा नहीं।”
इस भावुक पल में साथ में विदाई पा रहे शिक्षक राजहंस कुमार भी भावुक नजर आए। दोनों को प्रधान शिक्षक पद पर पदोन्नति मिली है। अमिता कुमारी को बछवाड़ा प्रखंड के नारेपुर चट्टी विद्यालय और राजहंस कुमार को मुंगेर के खोटा टिकुल विद्यालय में नई जिम्मेदारी मिली है।
“मैडम जब आई थीं, तब हम छोटे थे… आज हम बड़े हो गए, लेकिन उनके बिना स्कूल सूना लगेगा” – ये कहना था एक छात्रा का, जिसकी आंखों से बहते आंसू रुक ही नहीं रहे थे।