Raxaul-Haldia Expressway Route : पूर्वी भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदलने वाली एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना रक्सौल से हल्दिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अब ज़मीन पर उतरने को तैयार है। 26,704 करोड़ की अनुमानित लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे रक्सौल लैंड पोर्ट से सीधे हल्दिया पोर्ट तक तेज़, निर्बाध और नियंत्रित कनेक्टिविटी देगा। 585.350 किलोमीटर लंबे इस प्रस्तावित मार्ग में बिहार के हिस्से में 407 किलोमीटर की दूरी शामिल है, जिसमें बेगूसराय ज़िला भी प्रमुख भूमिका में है।
बेगूसराय से गुजरेगा 58.30 किमी लंबा एक्सप्रेसवे ट्रैक
यह परियोजना बेगूसराय जिले में 58.30 किलोमीटर तक फैली होगी और जिले के दो अनुमंडलों तेघड़ा और बेगूसराय सदर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों से होकर गुज़रेगी। इसमें मंसूरचक, भगवानपुर, वीरपुर, बेगूसराय, मटिहानी और साम्हो जैसे ग्रामीण और शहरी क्षेत्र शामिल हैं, जो अब तक बेहतर सड़क संपर्क से वंचित रहे हैं।
गंगा नदी पर साम्हो में बनेगा 5 किमी लंबा पुल
बेगूसराय ज़िले की भौगोलिक बाधा गंगा नदी को पार करने के लिए परियोजना में साम्हो और बिहपुर गांवों के पास लगभग 5 किमी लंबा एक मेगा ब्रिज प्रस्तावित है। यह पुल न केवल तकनीकी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होगा, बल्कि यह बेगूसराय को झारखंड की ओर जाने वाले मार्ग से भी जोड़ेगा, जिससे आवागमन और व्यापारिक गतिविधियों में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा।
स्थानीय लोगों को रोजगार की उम्मीद
यह एक्सप्रेसवे नेपाल और भारत के बीच के व्यापार को नया आयाम देगा, खासकर रक्सौल लैंड पोर्ट और हल्दिया पोर्ट के बीच निर्बाध संपर्क से लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी और माल ढुलाई तेज़ होगी। साथ ही बेगूसराय सहित सभी प्रभावित जिलों में भूमि अधिग्रहण, निर्माण कार्य और सड़क से जुड़े व्यवसायों में रोजगार की संभावनाएं भी तेज़ी से बढ़ेंगी।
तीन वर्षों में पूरा होगा निर्माण कार्य
निर्माण कार्य शुरू होने के तीन वर्षों के भीतर इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण और पर्यावरणीय स्वीकृतियों की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है।
बेगूसराय के लिए क्या बदलेगा?
- व्यापारियों को तेज़ और सुरक्षित ट्रांसपोर्ट
- गंगा पार के इलाकों में विकास की नई राहें
- स्थानीय युवाओं के लिए निर्माण और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में रोजगार