बेगूसराय के काबर झील पक्षी विहार में पक्षी महोत्सव नहीं होने पर उठा सवाल

डेस्क : काबर नेचर क्लब ने बिहार के सबसे पुराने पक्षी विहार तथा एकमात्र रामसर साइट काबर झील की उपेक्षा का आरोप लगाया है। काबर नेचर क्लब के संरक्षक महेश भारती शनिवार को कहा है किबिहार के बेगूसराय जिले का काबर टाल पक्षी विहार सबसे पुराना राज्य सरकार द्वारा ही घोषित पक्षी अभयारण्य है। 1986 के बेगूसराय जिला गजट और 1989 के बिहार राज्य गजट से यह राज्य का एकमात्र घोषित पक्षी अभयारण्य है। इसे केंद्र सरकार द्वारा बिहार राज्य का एकमात्र घोषित अंतरराष्ट्रीय महत्व का रामसेर साइट भी घोषित किया गया है।

जो पक्षी संरक्षण के लिए पर्यावरणिक महत्व रखता है। लेकिन इस घोषित पक्षी अभयारण्य के साथ एक बार फिर बिहार की सरकार ने क्रूर मजाक किया है। राज्य के इस घोषित एकमात्र पक्षी विहार के बदले राज्य का पहला पक्षी महोत्सव जमुई जिले में करवाया गया। यह काबर पक्षी अभयारण्य और बेगूसराय जिले के प्रति राज्य की सरकार का उपेक्षा पूर्ण रवैया है। करीब 32 वर्षों से यहां अधिसूचित पक्षी विहार क्षेत्र की भूमि समस्या का ना तो निदान और ना ही इस पक्षी अभयारण्य का विकास करवाया गया है। जिसके कारण जो काम यहां विकास की दिशा में हो सकता था वह नहीं हो सका। यहां आनेवाली प्रवासी विदेशी पक्षियों की सुरक्षा खतरे में है, उनका शिकार हो रहा है और राज्य के मुख्यमंत्री इससे अलग हटकर पक्षी महोत्सव का उद्घाटन कर रहे हैं।