Begusarai News : बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ बेगूसराय पहुंचे, जहां उन्होंने जिले की शिक्षा व्यवस्था का गहन समीक्षा किया। इस दौरान उन्होंने सरकारी और निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित किया और शैक्षणिक माहौल को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।
एस. सिद्धार्थ ने कहा कि बेगूसराय में शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए एक “संयुक्त मोर्चा” बनाना बेहद जरूरी है, जिसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूल मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि जब दोनों तंत्र एकजुट होकर काम करेंगे, तभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी और शैक्षणिक वातावरण में सकारात्मक बदलाव आएगा।
पटना के निकटता को बताया बेगूसराय की ताकत
उन्होंने बेगूसराय की भौगोलिक स्थिति को इसकी सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि यह जिला राजधानी पटना के बेहद करीब है, जो इसे एक संभावनाशील शैक्षणिक केंद्र के रूप में उभरने का मौका देता है। “अगर सही दिशा में प्रयास किए जाएं तो बेगूसराय को न केवल औद्योगिक बल्कि शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी एक मॉडल जिले के रूप में विकसित किया जा सकता है,”
औद्योगिक शहर के साथ बनेगा एजुकेशन हब
अपर मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि सरकार अब केवल औद्योगिक विकास पर नहीं, बल्कि शैक्षणिक समृद्धि पर भी बराबर ध्यान दे रही है। “बरौनी और बेगूसराय को अब सिर्फ उद्योग के केंद्र के रूप में नहीं, बल्कि एजुकेशन हब के तौर पर भी विकसित किया जाएगा,”
शिक्षक बहाली के बाद अब गुणवत्ता पर फोकस
शिक्षा विभाग की हालिया नीतियों की जानकारी देते हुए एस. सिद्धार्थ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बड़े स्तर पर शिक्षकों की बहाली की गई है। अब सरकार का पूरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे मिले। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्कूलों की नियमित मॉनिटरिंग करें और छात्रों के सीखने के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी योजनाएं लागू करें।