सुबह-सुबह : बेगूसराय में भारत बंद के नाम पर आम आदमियों को परेशान करना शुरू किए राजनीतिक दल के कार्यकर्ता

न्यूज डेस्क, बेगूसराय : 8 दिसंबर मंगलवार को भारत में लागू हुए नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। किसान द्वारा आहूत भारत बंद को विपक्ष की तमाम पार्टियां इसे समर्थन कर रही है । वहीं बिहार में इसे राजद कांग्रेस वामपंथी दलों के अलावा जाप आरएलएसपी सहित अन्य विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन प्राप्त है। पूरे भारत भर में किसानों द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में तय समय सीमा के अंदर सड़क पर भी परिचालन ठप करने की बात कही गई है।

दिन के 11:00 बजे से 3:00 बजे तक सड़कों पर चक्का जाम करने की जो निर्णय देश बंद में तथाकथित नेताओं के द्वारा लिया गया था उस निर्णय की धज्जियां बन्द के समर्थन उतरे कार्यकर्ताओं ने उड़ा दिया। बेगूसराय में 11:00 बजे से 3:00 बजे तक चक्का जाम करने का निर्णय हवा हवाई साबित हो रहा है। बेगूसराय में सुबह 9:00 बजे से ही सड़कों पर किसान के जगह विशुद्ध राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने लंठई करना शुरू कर दिया है। जहां 11:00 बजे चक्का जाम करने की बात की गई थी वहां सुबह 9:00 बजे से ही बेगूसराय में यातायात को ठप करने का काम विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है।

जिससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यहां तक कि प्रशासनिक पदाधिकारी लोग, हॉस्पिटल जा रहे लोग, जो यह समझ के निकले थे कि 11:00 बजे तक वापस आ जाऊंगा । लेकिन तय मानक के अनुरूप बंद और विरोध प्रदर्शन का अमलीजामा पहनाने में राजनीतिक दलों के नेता नाकाम साबित हो रहे हैं। विशुद्ध रूप से राजनीतिक रंग देकर आम जनमानस को परेशान करने के लिए मंगलवार सुबह से ही कई मुख्य मार्ग पर आवागमन को ठप कर दिया गया।

बेगूसराय मंझौल जाने के क्रम में हरदिया कई जगहों पर लोगों को परेशान किया जा रहा है किसानों की समस्या को दूर करने के लिए आयोजित विरोध प्रदर्शन में साफ तौर पर झलक रहा है कि कहीं ना कहीं बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने हार का खूनस निकालने के लिए भारत बंद को हथियार के रूप में यूज करेंगी । हालांकि अभी तो 4 घंटे बाद ही पता चलेगा । लेकिन सुबह का माहौल देखकर यह माना जा रहा है कि आज सड़कों पर विपक्षी सत्ताधारी दल के विरोध में विपक्षी पार्टियों ने तांडव मचाने की तैयारी करके आया है।