लंदन में नवजात शिशु कोरोना से संक्रमित, सबसे कम उम्र का मरीज

नई दिल्ली : चीन से आया कोरोना वायरस पूरे देश ने अपना पैर पसार चुका है इससे बहुत लोगों की जानें भी चली गई है। लंदन में एक नवजात शिशु को कोरोना वायरस की बीमारी हो गई है और डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस शिशु को यह संक्रमण कैसे हुआ? फिलहाल डॉक्टरों का कहना है कि मां और बच्चे की हालत अभी स्थिर बनी हुई है और उन दोनों का अलग-अलग इलाज किया जा रहा है। शिशु की मां को निमोनिया था और उनका सैंपल टेस्ट के लिए रिपोर्ट आने से पहले ही बच्चा का जन्म हुआ, फिर उस बच्चे का भी टेस्ट हुआ और पाया गया कि बच्चे को भी संक्रमण था। डॉक्टर पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि शिशु को कोरोना हुआ तो हुआ कैसे?

अब तक इस खौफनाक बीमारी से पूरी दुनिया परेशान है और पूरी दुनिया में लगभग 150000 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ गए हैं और 5 हजार से ज्यादा लोगों की जानें भी चली गई हैं। वहीं इंग्लैंड में एक नवजात शिशु में भी कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है जो अभी दुनिया में सबसे कम उम्र का कोरोना का मरीज है। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक जब बच्चे का जन्म नहीं हुआ था तो उसकी मां को निमोनिया की शिकायत थी जांच की रिपोर्ट नहीं आई थी, रिपोर्ट के आने से पहले ही बच्चे का जन्म हो गया था, जन्म के बाद बच्चे को भी बुखार था और उसकी मां उसकी भी जांच की गई नवजात की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

अब यह बड़ा सवाल उठता है कि क्या गर्भ में भी कोरोना वायरस हो सकता है? रिपोर्ट कहती है कि ऐसा संभव नहीं है डॉक्टर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर बच्चा वायरस के संपर्क में आया कैसे? बच्चे को उसी अस्पताल में रखा गया है जबकि मां को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। सुकून की बात यह है कि डॉक्टरों का कहना है अभी मां और शिशु दोनों में ही संक्रमण बहुत ज्यादा नहीं फैला है उनके हल्के लक्षण ही नजर आए हैं, इसलिए मां बच्चे को दूध पिला सकती है। इस वायरस से बचने के लिए कई देशों ने यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है अमेरिका ने पहले ही कई यूरोपीय देशों पर अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाया था अब यह प्रतिबंध ब्रिटेन और आयरलैंड तक बढ़ा दिया गया है। वहीं भारत ने भी एहतियाती कदम उठाते हुए बॉर्डर से लोगों को आना-जाना प्रतिबंध कर दिया है।