Simaria Dham

सिमरिया धाम से अशोक धाम तक गंगा नदी किनारे बनेगा मरीन ड्राइव : विजय कुमार सिन्हा…

Simaria Dham : गंगा जल नहीं चेतन है। सिमरिया धाम को पर्यटन विभाग ने ले लिया है। सिमरिया धाम विशाल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा। सिमरिया धाम में हरकी पौड़ी की तरह जानकी पौड़ी जल्द ही बनेगा हमें पूरा भरोसा है। उक्त बातें मंगलवार को सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ सिमरिया काली धाम में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं।

गिरिराज ने कहा 2029 में सिमरिया धाम में महाकुंभ का आयोजन होना है। जो वृहत होगा और सफल होगा। कहा कि सनातन धर्म की रक्षा हम करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। किसी साजिश के तहत श्रीराम, कृष्ण, काली, दुर्गा सहित अन्य आराध्य देव को बदनाम करने की साज़िश की जा रही है। उन्होंने कहा अब हमारे युवाओं को मां काली के चरित्र को सामने रखने की जरूरत है।

अब संतों के द्वारा ओम शांति शांति के बदले ओम क्रांति क्रांति करना होगा। वहीं बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सिंदूर भक्ति और शक्ति का सामंजस्य का प्रतीक है। इसलिए सिंदूर के प्रतीक मां जानकी के इस धरा धाम को सजना ही चाहिए और इसके लिए बिहार सरकार प्रतिवद्ध है और इसके साथ ही मिथिला का प्रवेश द्वार सिमरिया धाम का संपूर्ण विकास भी किया जाएगा।

सिमरिया धाम में जानकी मंदिर और श्रीराम जानकी रथ बनेगा तो हथिदह में दुखहरण बाबा का मंदिर, लखीसराय में लक्ष्मी गणेश का मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा सिमरिया धाम से कांवरिया जल लेकर अशोक धाम जाते हैं। उन कांवरियों के लिए सिमरिया से अशोक धाम तक गंगा नदी तट किनारे मरीन ड्राइव निर्माण कार्य हेतु कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है।

सिमरिया धाम नए स्वरूप में दिखाई पड़ने लगा है। इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के कर कमलों से सर्वमंगला विद्यापीठ द्वारा प्रकाशित कुंभ संस्कृति और विघ्न विनाशक स्त्रोत्र संग्रह का लोकार्पण किया गया। स्वामी चिदात्मन जी महाराज के द्वारा आगत अतिथियों को पाग,चादर माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ का कार्यालय भवन, वैदिक पाठशाला, का फीता काट कर उद्घाटन किया गया।

गंगा नदी तट स्थित राम घाट पर श्रीराम जानकी रथ का निर्माण हेतु शिलान्यास केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह,उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने किया। त्रिदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे सत्र में मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभाग के अध्यक्ष डा. प्रभाकर पाठक, इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा. फुलेश्वर सिंह, प्राचार्य डा. विपिन कुमार झा, डा. रामकिंकर सिंह, इंजीनियर मनोहर सिंह, प्रो अवधेश झा ने व्याख्यान प्रस्तुत किया।

इसका संचालन डा. घनश्याम झा ने किया। विषय प्रवेश श्याम सहाय तथा धन्यवाद ज्ञापन दिनेश सिंह ने किया। मौक पर डा. विजय कुमार झा, मीडिया प्रभारी नीलमणि, भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव वर्मा, उपाध्यक्ष सुनील कुमार, केशव शांडिल्य, शुभम कुमार, ब्रजेश कुमार, प्रो. प्रेम, गंगानन्द, सुशील चौधरी आदि मौजूद थे।

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