बेगूसराय के लाल दिव्यांग गौतम राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान से होंगे सम्मानित, विपरीत परिस्थितियों में लहराया परचम

न्यूज डेस्क : बेगूसराय का वैसा लाल जिसने दिव्यांगता को अपनी कमजोरी नहीं बल्कि मजबूती बनाकर रास्ट्रीय स्तर पर जिले का परचम लहराया है। जिले के इस छात्र को शैक्षणिक, वैज्ञानिक नवीकरण के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय बालश्री सम्मान के लिए चुना गया है। उसे आगामी अगस्त माह में सम्मानित किया जाएगा। वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय खरमौली के छात्र गौतम कुमार को एक अगस्त को पटना आयोजित होने वाली बाल श्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

दिव्यांग श्रेणी में गौतम का परफॉर्मेंस रहा अव्वल इस बात की जानकारी किलकारी बिहार बाल भवन पटना के निदेशक ज्योति परिहार ने पत्र जारी कर गौतम को दी है। बता दे की गौतम वर्ष 2016 में राष्ट्रीय बाल भवन नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित बालश्री सम्मान हेतु सृजनात्मक वैज्ञानिक नवीकरण के उप विषय मॉडल मेकिंग में दिव्यांग श्रेणी में गौतम कुमार ने बेहतर प्रदर्शन किया था। इसीलिए उन्हें आगे बढ़ावा देने के लिए इसमें चयन किया गया है।

परिवारिक परिस्थितियों से लड़ते हुए गौतम ने जीवन को जीना सीखा बताते चले की गौतम बीरपुर प्रखंड के खरमौली के बेहद गरीब परिवार का लड़का है। गौतम के पिता राजीव कुमार तथा दादा रामाशीष महतो मजदूरी करते हैं। गौतम का चयन इस बड़े सम्मान के लिए होने से क्षेत्र में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। गौतम की मां पिंकी कुमारी ने बताया कि गौतम बचपन से ही मेधावी छात्र है। दिव्यांग होने के बावजूद वह पढ़ने में हमेशा आगे रहता है। गौतम वर्तमान में इंटर का छात्र है। उसके इस सफलता के लिए स्कूल के एचएम संत कुमार सहनी समेत अन्य शिक्षकों ने बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय बाल भवन ने 1995 में राष्ट्रीय बाल श्री योजना की शुरूआत की थी। राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान राष्ट्रीय बाल भवन द्वारा चार मुख्य विधानों में बच्चों की सृजनात्मक क्षमता की पहचान करने तथा उन्हें प्रोत्साहित कर अपनी सृजनात्मक क्षमता बढाने के लिए प्रोत्साहित करने की एक पहल है।