बेगूसराय में कोविड को लेकर भारतीय शिक्षण मंडल ने DEO से किया मांग , 33 % शिक्षकों की ही उपस्थिति का हो आदेश

न्यूज डेस्क : बिहार भर में शिक्षण संस्थान में छात्रों की छुट्टी है, वाबजूद शिक्षकों के लिए संस्थान खुला रखा गया है। हालांकि बिहार के अलग अलग जिलों में सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति पर सरकारी तंत्र एकमत नहीं है। पटना एवं अन्य कई जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने विद्यालय में 33% शिक्षकों की उपस्थिति के संदर्भ में अपना आदेश भी जारी किया है। परन्तु बेगूसराय के शिक्षक अबतक ऐसे ही किसी आदेश के इन्जार में हैं , मगर नहीं मिल सका है।

इस सम्बंध मे जिला शिक्षा पदाधिकारी बेगूसराय से भारतीय शिक्षण मंडल के जिला मंत्री अभिनाश शास्त्री ने मांग किया है कि इस कोरोनाकाल में बेगूसराय के सरकारी स्कूलों में भी 33 % शिक्षकों की ही उपस्थिति हो । उन्होंने कहा कि जैसा की ज्ञात है कि पूरे देश में कोविड संक्रमण महामारी पुनः एक बार अपने प्रलयंकारी स्थिति के चरम सीमा पर है जिसके मद्देनजर सरकार एवं विभाग ने 18 तारीख तक शिक्षण संस्थान बंद करने का आदेश भी दे रखा है। परंतु शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति के कारण संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। कोविड के पिछले चरण में विभाग ने अपना एक योग्य शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने एक कुशल नेतृत्व कर्ता को खो चुका है।वर्तमान में प्राथमिक शिक्षक संघ के एक शिक्षक कोविड संक्रमण से ग्रसित हैं।

आये दिन नवम वर्ग में नामांकन के लिए विद्यालय में विभाग आदेशानुसार छात्र अभिभावक का आना जाना लगा रहता है। चुकी 45 वर्ष से नीचे के शिक्षकों को या अन्य किसी लोगों को भी अभी वैक्सीन का डोज नहीं दिया गया है। कई शिक्षकों ने हमें व्यक्तिगत तौर पर बुखार जैसी समस्याओं से अवगत कराया है। भगवान ना करे कि वह कोराना हो लेकिन सुरक्षा एवं सावधानी तो अपेक्षित है।इस हेतु एहतियात की आवश्यकता लग रही है। उन्होंने कहा कि हम कोई शिक्षक पुन ना खो दें इसलिए विद्यालय कार्यविधि के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति अंतराल में 33% हो इस आशय का पत्र डीईओ से जारी करने की मांग की है।