बेगूसराय में लोगों को दवा न देकर लौटने बाले PHC में लाखों की दवाई किया आग के हवाले

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : समाज के निःशहाय गरीब गुरबो की समुचित इलाज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सरकार जमीनी स्तर पर प्रखंडवार सरकारी अस्पतालों की स्थापना किया है। इतना ही नही टोले मुहल्ले से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी होने की वजह से पंचायत स्तर भी स्वाथ्य उपकेंद्र का निर्माण करवाया । जहां कुशल चिकित्सको की नियुक्ति कर जीवनपयोगी दवा भी उपब्ध करवाया। ताकि आमलोगो को ससमय निःशुल्क इलाज किया जा सके। लेकिन सरकार के मंसूबे पर उनके ही कर्मियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। ऐसा ही कुछ मामला खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला। जहां मरीजों को मुकम्मल दवा नही दिए जाने से लाखों रुपये की दवा एक्सपायर हो गयी । जिसे छुपाने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा कूड़े के ढेर में फेंककर आग के हवाले कर दिया गया ।

एक्सपायर हो गया था दवा आग लगने के बाद कूड़े के ढेर में दिखा लाखो रुपये की एक्सपायर दवा दिखा। जलने के बाद मौके वारदात पर फ्लूब्लास्ट सोडियम क्लोराइड नोजल सुलयोशन , छाया गर्भ निरोधक गोली , लिग्नोकेन , हाइड्रोक्लोराइड ऑइंटमें , आई भी सेट , सलैंसेट , लिग्नोकैन भइल 30 एमएल , ओआर एस पाउडर , मोनीटॉल सलाइन , पानी की बोतल एवं अन्य एक्सपायर दवा देखने को मिला ।

जानिए क्या हुआ आखिर जो जलाना पड़ा दवाई खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन द्वारा लाखो रुपये की दवा कूड़े के ढेर में फेंककर बुधवार को उसमे आग लगा दिया गया। प्लास्टिक की पैक बंधी दवा में आग लगने से आग तेजी से भड़क गया । देखते ही देखते आग प्रचंड रूप धारण कर लिया। आग से उठ रही बेतहासा धुओ की गुबार और आग की लपटें तेजी से ऊपर उठने लगी। जिसे देखने पास पड़ोस के दर्जनो लोग घटना स्थल पर जमा हो गए। किसी ने इसकी सूचना दमकल कर्मियों को दिया।

घटना कि जानकारी मिलते ही मौके वारदात पर पहुंचे दमकल कर्मियों की टीम ने अग्निशमन वाहन से आग पर काबू पाया। आग में जलती दवाओं को देख लोग हतप्रभ हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा लोगो की इलाज के लिए मुकम्मल दवा नही दी जाती है । उसे यह कहकर वापस कर दिया जाता है कि अस्पताल में दवा नही है । इसके एवज में मरीजों को बाहर की दुकान से दवा खरीदनी पड़ती है । जबकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा लाखो रुपये की दवा आग के हवाले कर दिया गया । ये कैसी विडंबनाआ है । ऊनलोगों ने उक्त घटना को अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही बताया । ऊनलोगों ने जिला प्रशासन से इस घटना कि मुक़म्मल जांच कर दोषी कर्मियों पर कारवाई करने की मांग किया है ।