मानवता : डॉ धीरज ने लोहिया नगर फ्लाई ओवर पर धूप में ट्रैफिक ड्यूटी में खड़े जवान को पहुंचाया छाता

डेस्क : बेगूसराय शहर के लोहियानगर स्थित रेलवे फ्लाई ओवर पर वनवे ट्रैफिक व्यवस्था है। जिसको पालन करबाने को लेकर फ्लाई ओवर के ऊपर यातायात पुलिस के द्वारा होमगार्ड की तैनाती की जाती है। इनसभी चीजों के बीच वहां पर लगे जवान मुक्कमल व्यवस्था न होने पर भी धूप और गर्मी में कर्तव्य पालन के लिये खड़े रहते हैं। इनके लिए बुधवार को एक व्यक्ति छाता लेकर पहुंचे जो इन्हें धूप से बचने के लिये प्रदान किया गया । आइये जानते हैं क्या हुआ कौन पहुंचे छाता लेकर

डॉ धीरज ने पेश की मानवता की मिसाल : डॉक्टर को धरती पर का भगवान कहा जाता है। उसे सच साबित कर दिखाया दंत चिकित्सक डॉ धीरज कुमार ने, डॉ. कुमार नावकोठी प्रखंड के छतौना गांव निवासी हैं, वो अपने क्लिनिक जाने के क्रम में लोहियानगर फ्लाई ओवर पर होम गार्ड के जवान को दोपहर की तपती धूप मे ड्यूटी करता देख उनका मन पिघल गया और वह सोचने को मजबूर हो गए कि हमारे जवान इतनी तपती धूप मे ड्यूटी कर रहे हैं और इनके पास कोई व्यवस्था नहीं किया गया डॉ. कुमार ने तुरन्त छाता की व्यवस्था कर उक्त होम गार्ड जवान को छाता देकर सम्मानित किया, डॉ कुमार ने कहा कि पुलिस प्रशासन दिन-रात एक करके हर मौसम में ड्यूटी देते हैं लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की जाती है।

उन्होंने जब होम गार्ड के जवान से बात किया तो उन्होंने बताया की हम कई बार अपने उपर के पदाधिकारी से छाता लगवाने के बारे बात किए लेकिन उन्होंने कोई निर्णय नहीं हो सका। फिर डॉ. धीरज ने दोनों होम गार्ड के जवान को छाता देकर सम्मानित किया और अभिवादन भी किया। आपको बतायें डॉ धीरज सिर्फ इलाज और समाजसेवा ही नहीं करते हैं, बल्कि एक अच्छे गायक भी हैं इनकी आवाज के जादू का नये उम्र के युवकों में खासा क्रेज है। इनके द्वारा स्वरबद्ध किया गया एक कोरोना गीत हाल ही में आया है जो कि लोगों ने खूब सुना और एक दूसरे से शेयर किया।

द बेगूसराय की अपील लोहियानगर फ्लाई ओवर पर अधेड़ उम्र के होमगार्ड जवान के बजाय जवान होमगार्ड की पोस्टिंग विभाग द्वारा हो ताकि गर्मी के इस मौसम में व्यवस्था के अभाव में होमगार्ड जवान को कई बार असहज देखा जाता है। उक्त जगह या तो मुक्कमल व्यवस्था की जाय या जवान होमगार्ड जवान की पोस्टिंग हो ताकि विभागीय अधिकारियों की सम्वेन्दनशीलता से किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।