बेगूसराय के एक परिवार में पिता – पुत्र और चाचा की गई जान , गांव में पसरा है मातम

न्यूज डेस्क : कोरोनाकाल में अब गाँव गाँव में मरने बालों की तादात बढ़ती जा रही है। कभी कभी तो ऐसा होता है कि एक ही घर से कई रिश्तों की अर्थी उठती है। ऐसी ही एक घटना नावकोठी प्रखंड क्षेत्र में घटित हुई । जहां पिता पुत्र की मौत से सबका दिल दहल गया। लोग अपने आंसुओं को थाम नहीं सके। यह घटना हसनपुर बागर वार्ड संख्या दो की है। पचहत्तर वर्षीय दुखहरन महतो एवं उनके 35 वर्षीय पुत्र रामजली महतो की मौत कोरोना से पीड़ित रहने के कारण शुक्रवार को हो गयी। दो दिन पहले दुखहरण महतो के 65 वर्षीय भाई बीजो महतो की मौत हो गयी थी। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है।

रामजली महतो पांच दिन पूर्व बीमार हो गये थे। इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को दोपहर के बाद बेगूसराय में उनकी मौत हो गई थी। इधर शुक्रवार की सुबह पिता दुखहरण महतो की मौत हो गई। एक सप्ताह के अंदर एक ही परिवार से तीन व्यक्तियों की मौत से परिवार पर तो गम का पहाड़ टूट ही गया। दूसरी ओर कोरोना महामारी से हुई मौत से आसपास के लोग दहशत में हैं। मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। पत्नी वीणा देवी पति की मौत से बेहोश पड़ी हैं।मां राम दुलारी देवी पर तो एक साथ पति व पुत्र की मौत का पहाड़ टूट पड़ा है। वह भी रोते रोते बेसुध हो रही थी।

रामजली के पांच छोटे छोटे बच्चे बच्चे बच्चियां गुंजन, स्वाति, कीमती, पारस तथा एक मात्र छह दिन का दुधमुंहा बच्चे पर से एक बार पिता और दादा का साया छिन गया है। उसकी पत्नी कहती है अब कौन देखेगा। आसपास के लोग कोरोना संक्रमण के भय से पास जाने से भी मुंह मोड़ रहे थे। मृतक का दाह संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत बूढ़ी गंडक नदी के इसफा घाट पर कर दिया गया।दाह संस्कार स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में अस्पताल कर्मियों ने किया। परिजनों का एक साथ दो और एक मौत पाँच दिन पहले होने से रो रो कर बूरा हाल है। आसपास के लोग सोशल डिस्टेंस के साथ ही उन्हें सांत्वना दे रहे थे। आसपास और ग्रामीण लोगों में काफी डर देखा गया।