Begudsarai News : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए टिकट बंटवारे के बाद बेगूसराय में भाजपा की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आने लगी है। जिले में कुंदन सिंह को टिकट मिलने के बाद कई भाजपा कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर खुलकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। वहीं बखरी (सुरक्षित) सीट से भाजपा का उम्मीदवार घोषित न होने और तेघरा में स्थानीय नेताओं की अनदेखी किए जाने से असंतोष और बढ़ गया है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के पूर्व सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने तो बेगूसराय भाजपा को “कार्यकर्ताओं का कत्लगाह और घनबलियों का पनाहगाह” तक करार दे दिया है। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिससे जिले की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह खुद भी इस टिकट बंटवारे से नाखुश बताए जा रहे हैं। दरअसल, भाजपा ने तेघरा सीट से पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार को उम्मीदवार बनाया है। रजनीश को टिकट दिए जाने से स्थानीय कार्यकर्ताओं में असंतोष और गहरा गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बेगूसराय में टिकट चयन में इस बार गिरिराज सिंह की भूमिका बेहद सीमित रही। भाजपा की बखरी सुरक्षित सीट गठबंधन के खाते में चली गई, जबकि जदयू की तेघरा सीट भाजपा ने वापस ले ली। यही वजह है कि जिले के कई पुराने भाजपा नेता और कार्यकर्ता इस निर्णय से नाराज नज़र आ रहे हैं।
इधर, जदयू ने मटिहानी से राजकुमार सिंह को दोबारा मौका दिया है, वहीं बछवारा से खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता को फिर से टिकट मिला है। ऐसे में बेगूसराय की सभी सीटों पर सियासी समीकरण नए सिरे से बनते दिख रहे हैं और भाजपा के भीतर उठ रहा असंतोष आने वाले दिनों में पार्टी की रणनीति के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।