बीजेपी नेता संजय जयसवाल ने कहा जेडीयू से दोस्ती सिर्फ बिहार में है – अन्य राज्यों में नहीं

डेस्क : बढ़ती ठंड में बिहार की राजनीतिक दिन पर दिन गर्म होती जा रही है ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हाल ही में जेडीयू पार्टी से 6 विधायकों ने अपना नाम हटाकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल कर लिया है और अब वह हमेशा के लिए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। इस पर कई नेताओं की अब प्रक्रिया आने लग गई है। साथ ही राजद पार्टी ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से यह बयान दिया था कि जेडीयू पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में अब सहमति बनती नजर नहीं आ रही है।

इस पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कहना है कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि बिहार की राजनीति पर जेडीयू के छह विधायकों के छोड़कर जाने पर कुछ असर पड़ेगा। हम यहां पर सब के साथ हैं और बिहार के विकास के लिए सबका साथ होना बहुत जरूरी है। लेकिन, वहीं कुछ ऐसे प्रदेश है जहां पर जेडीयू और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने की टक्कर ले रही हैं, जिन में से अरुणाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है। साथ ही बंगाल में भी आपको कुछ इसी तरह की राजनीति देखने को मिलेगी। आने वाले समय में बंगाल में इलेक्शन है जिसको लेकर सभी पार्टियां अपना चुनावी मुद्दा गढ़ने लग गई है। संजय जायसवाल का कहना है कि जितनी भी पार्टी इस वक्त बिहार में मौजूद हैं वह सभी अपने आप में स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और विचार विमर्श करने के लिए हर विषय पर तैयार हैं। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ इस वक्त कोई भी अपनी आवाज नहीं उठा रहा है।

हाल ही में बंगाल के चाणक्य कहे जाने वाले सुधांशु ने भी तृणमूल कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। ऐसे में 6 विधायकों का और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना एक अलग ही ताकत को दर्शाता नजर आ रहा है यहां पर सिर्फ बिहार में ही गठबंधन की दुहाई देते नेता नजर आ रहे हैं। लेकिन, साथ ही नेताओं ने साफ कर दिया है कि उनके बीच की नोकझोंक हर राज्य में अलग-अलग तरह से होती है इसको लेकर गलत आशंका बनाने की जरूरत नहीं है।