सरकारी चापाकलों की हालत खराब , निकल रहा दूषित पानी, स्थानीय लोगों को पेयजल का संकट

खोदावंदपुर/बेगूसराय : सरकार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाना चाहती है। इसके लिए मुहल्लों में चापाकल करवाया गया है। परंतु मानक के अनुसार चापाकल नहीं करवाये जाने से चापाकलों की हालत खराब है। चापाकलों से दूषित पानी निकल रहा है। जिसके चलते लोगों के सामने पेयजल संकट गहराता जा रहा है.ग्रामीणों ने इन चापाकलों की मरम्मत करवाये जाने की मांग की है।

इन जगहों पर लगे हैं चापाकल

सागी मदरसा के समीप, उसी गांंव के वार्ड बारह निवासी दिनेश पासवान के दरवाजे पर एवं वार्ड नौ में मो अहमद के दरवाजे पर सहित अनेक गांवों के चापाकलों की हालत भी यही है.

क्या है मानक- मिली जानकारी के अनुसार पीएचइडी विभाग द्वारा यह चापाकल करवाया गया है. इसमें इंडिया थ्री मार्का के लोहे की पाइप लगवाना था और अच्छे लेयर तक इसके गहरायी करनी थी. परंतु नियमों को ताक पर रखकर घटिया क्वालिटी का पाइप लगवा दिया गया. और कम लेयर पर ही चपाकलों को लगा दिया गया.जिसके चलते दूषित पानी निकल रहा है. दूषित पानी निकलने की शिकायत उपभोक्ताओं ने विभाग से कई बार किया है. परंतु पीएचईडी विभाग मुख दर्शक बनी हुई है. कोई देखने तक नहीं आ रहे हैं. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है.

ग्रामीणों ने बताया कि इन चापाकलों पर विभाग के द्वारा अबतक चबुतरा भी नहीं बनवाया गया है.उन्होंने चापाकलों को अविलंब मरम्मती किये जाने की मांग विभागीय अधिकारियों से किया है. इस संबंध में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि मिडिया के द्वारा चापाकलों से दूषित पानी निकलने की सूचना मिली है. मामले की जांच पड़ताल कर जल्द ही चापाकलों को दुरुस्त कर दिया जायेगा.