बेगुसराय : लॉकडाउन में फंसे UP के बारात की मदद को आगे आये पैगाम ए अमन कमिटी के सदस्य,बांटी राहत सामग्री

बलिया : सोमवार को पैगामे अमन कमिटी बेगुसराय के सदस्यों द्वारा मानवता तथा बेगूसराय वासियों के आतिथ्य स्वागत का परिचय दिया गया, दरअसल उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला के चौबेपुर कस्बे से बिहार के बेगूसराय के फतेहपुर सदानंदपुर आयी बारात 50 दिनों से फंसी हुई है, आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर लड़की बाले पक्ष ने 10 दिनों के बाद बारातियों के सामने हाथ खड़े कर दिए जिसके बाद से बारात में आये लोगों को खाने पीने की भी दिक्कत होने लगी, पैगाम ए अमन कमिटी ने जानकारी पाते ही पहुंचकर इस आपदा की घड़ी में खाद्य राशन मुहैया करा कर एक गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है।

जैसे ही पैगामे अमन कमिटि के सदस्यों को पता चला कि कानपुर के चौबेपुर के हकीम नगर मोहल्ले से महबूब खान के 30 वर्षीय पुत्र इम्तियाज का निक़ाह बेगूसराय के बलिया प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर गांव की खुशबू खातून के साथ हुई है। तथा बारात में दूल्हा इम्तियाज, पिता महबूब, मां शरीना बेगम, दूल्हे के मौसा मझवन निवासी जलील खान, बहनोई नदीम नाजीन, मासूम नुजन, बिचवानी रियाज अहमद व पड़ोसी अकरम 20 मार्च को ही फतेहपूर गांव आए थे। 21 मार्च को मुस्लिम धर्म के मुताबिक निकाह की रस्म अदा की गई थी। सभी दस बारातियों को अगले दिन दुल्हन के साथ अपने घर कानपूर लौटना था। मगर 22 को जनता कर्फ्यू लग गया। जिसके बाद लॉकडाउन के कारण आवागमन बन्द हो गया था।

आज पैगामे अमन कमिटी के अध्यक्ष मो अहसन, सचिव हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ रंजन कुमार चौधरी, संरक्षक एवं ईश्वर अस्पताल के निदेशक डॉ संजय कुमार सिंह, समाजसेवी बरुण तथा पूर्व जिला पार्षद मो नगीना , बालमुकुंद जी एवं पूर्व सरपंच जी ने मिलकर एक महीने का राशन उपलब्ध कराया। इस राहत को देख कर समधि महबूब खान के आँखों मे आंसू भर आये, धन्यवाद देते हुए एक गुजारिश की की जल्दी से जिलाधिकारी से मिलकर उनके जाने का इंतजाम करा दे। उसके बाद बारात में से ही एक युवक ने कहा पहले सिर्फ टीवी में सीरियल देखते थे कि ससुरी बेगुसराय का जगह है, लेकिन आज यहां के लोगो के विचार भाव को देखकर सचमुच एहसास हुआ कि बेगुसराय का जगह है।