बेगूसराय में मवेशियों से फसल को बचाने के लिए मकई के खेत में लगे बिजली के नंगे तार की चपेट में आने से एक किसान की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक किसान की पहचान तेघड़ा थाना क्षेत्र स्थित गौरा पंचायत निवासी अरविन्द ठाकुर के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की शाम लगभग 6 बजे अरविन्द ठाकुर अपने खेत में पानी पटाकर घर लौट रहे थे। चप्पल खेत के एक किनारे रखे हुए थे, जिन्हें पहनने के लिए वे जैसे ही पास गए, तभी खेत के चारो ओर बिछाए गए खुले बिजली के तार की चपेट में आ गए। करंट का झटका इतना तेज था कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
देर शाम तक घर नहीं लौटे, तब हुई खोजबीन
बता दे की देर शाम तक जब अरविन्द ठाकुर घर नहीं पहुंचे, तो परिजनों को चिंता हुई। परिजन खेत की ओर गए तो वहां उन्हें अरविन्द ठाकुर का शव बिजली के तार के पास पड़ा मिला। यह दृश्य देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गांव में खबर फैलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई।
फसल बचाने के लिए खेतों में बिछा रहे हैं करंट वाले तार
परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि आसपास के कुछ किसान फसलों को जानवरों से बचाने के लिए अपने खेतों के चारों ओर बिजली के नंगे तार बिछा देते हैं। इनमें से कई तारों में सीधा करंट प्रवाहित किया जाता है, जो अब जानलेवा साबित हो रहा है। अरविन्द ठाकुर की मौत इसी लापरवाही की देन है।
ग्रामीणों में आक्रोश, की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है, पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि खेत में अवैध रूप से करंट प्रवाहित करने वाले तार बिछाने वाले किसान की पहचान कर उस पर कठोर कार्रवाई की जाए।