बेगूसराय कोर्ट में 30 अप्रैल तक न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे अधिवक्ता , दर्जनों पॉजिटिव मिलने से हड़कम्प

न्यूज डेस्क : बेगूसराय में कोरोना का खौफ दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहा है। हालात ऐसे हैं कि हर तबके तक कोरोना का संक्रमण पहुंच रहा है। इस बीच बेगूसराय के न्यायालय में कोरोना के दस्तक से वकीलों ने 30 अप्रैल तक अपने को अलग करने का निर्णय लिया है। यह फैसला वकील संघ ने नेताओं ने लिया है।

बताते चलें कि कोरोना के दूसरी लहर में लगातार बीमार हो रहे न्यायाधीश , न्यायालयकर्मी एवं अधिवक्ता और साथ ही 1 दिन में न्यायालय परिसर में 21 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिला वकील संघ के अध्यक्ष रामनंदन चौधरी एवं जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सतीश कुमार ने अहम फैसला लेते हुए दिनांक 22 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक अधिवक्ता को न्यायिक कार्य से अलग रहने का आदेश दिया। आपको बता दें इस बार कोरोना की चपेट में मंझौल अनुमंडल न्यायालय, बखरी अनुमंडल न्यायालय , बलिया अनुमंडल न्यायालय और बेगूसराय व्यवहार न्यायालय के कई न्यायाधीश न्यायालय कर्मी और अधिवक्तागण अभी तक आ चुके है और कोरोना पॉजिटिव होने की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है।

सोमवार को व्यवहार न्यायालय में अवस्थित स्वास्थ्य उप केंद्र में 135 न्यायालय कर्मी की करोना जांच की गई जिसमें 21 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद न्यायालय परिसर में दहशत का वातावरण बन गया। क्योंकि जितने भी कोरोना पॉजिटिव न्यायालयकर्मी मिले हैं वे किसी ना किसी न्यायालय में पदस्थापित हैं और उनके संपर्क में अधिवक्ता सहित अन्य लोग आये हैं, इससे कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या बढने की संभावना ज्यादा बढ़ गई है ।