Begusarai News : रेलवे में पक्की सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर बेगूसराय के एक बेरोजगार युवक से ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दो शातिर बदमाशों ने युवक को न केवल फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया, बल्कि उसे कोलकाता के हावड़ा स्थित लिलुआ वर्कशॉप में योगदान (ज्वाइनिंग) भी करा दिया। इतना सब होने के बावजूद यह पूरा खेल महज़ ठगी निकला।
ज्वाइनिंग तक कराकर बढ़ा दिया भरोसा
नगर थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर निवासी अरुण कुमार सिंह के पुत्र सुमन रेलवे में नौकरी पाने के सपने देख रहे थे। इसी बीच कोलकाता के बालीगंज रास बेहरी रोड निवासी कबीर दास और शेख अब्दुल मलिक से उनकी मुलाकात हुई। दोनों ने पिछले साल बेगूसराय आकर खुद को जुड़े हुए व्यक्ति बताकर युवक को अपने जाल में फंसा लिया।
सुमन ने आरोप लगाया कि 2 सितंबर से 15 अक्टूबर 2024 के बीच उन्होंने ठगों के बताए खातों में 10 बार में कुल 3 लाख 20 हजार रुपये जमा कर दिए। पैसा मिलते ही ठगों ने रेलवे का एक प्रोफेशनल दिखने वाला नियुक्ति पत्र थमा दिया। इतना ही नहीं, भरोसा बढ़ाने के लिए उसे लिलुआ वर्कशॉप तक ले जाकर औपचारिक ज्वाइनिंग भी कराई।
सत्यापन में खुली पोल
ज्वाइनिंग के बाद सुमन को जब गड़बड़ी लगी, तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों से बात की। सत्यापन में पता चला कि नियुक्ति पत्र पूरी तरह फर्जी है। इतना सुनते ही सुमन ने ठगों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन दोनों के मोबाइल बंद हो चुके थे।
रेलवे निगरानी विभाग से सलाह लेने के बाद पीड़ित युवक नगर थाना पहुंचा और दोनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस अब आरोपितों के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों के आधार पर उनकी तलाश में जुटी है।
सूत्रों के अनुसार, जिले में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आए हैं। खासतौर, पर रेलवे और स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर जालसाजी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। ऐसे में लोगों से अपील की है कि किसी भी भर्ती प्रक्रिया में केवल सरकारी पोर्टल और आधिकारिक चैनल पर ही भरोसा करें।

